''दो भारत हैं एक मोहब्बत का और एक नफरत का'' : NDTV से बोले असदुद्दीन ओवैसी

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असदुद्दीन ओवैसी ने कार पर हमले को लेकर एनडीटीवी से बातचीत की asaduddinowaisi ndtv

नई दिल्‍ली : यूपी में विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान कार पर हुई फायरिंग के बावजूद AIMIM अध्‍यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने जेड श्रेणी की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया है. गुरुवार की घटना के बाद केंद्र सरकार ने उन्‍हें यह सिक्‍युरिटी मुहैया कराने का फैसला किया था. NDTV से बातचीत में ओवैसी ने कहा, ' भारत के संविधान में हर सरकार की संवैधानिक जिम्मेदारी है कि हर भारत के शहरी के जान की हिफाजत करे. वो इस बारे में शपथ लेते हैं, अगर वे इसे निभा नहीं पा रहे हैं और कह रहे कि ओवैसी की जान की हिफाजत करेंगे.

AIMIM के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने NDTV से कहा, 'डर कर जिंदगी गुजारना, मेरे बस की बात नहीं... मर कर भी चुप नहीं बैठेंगे' pic.twitter.com/vY7k4IwDxW — NDTV India February 4, 2022यह भी पढ़ेंसांप्रदायिकता की राजनीति बदलनी है तो महिलाओं को आगे लाना होगा - प्रियंका गांधी वाड्रा सिक्‍युरिटी नहीं लेने से संबंधित एक अन्‍य सवाल पर उन्‍होंने कहा, 'यहां कोई जिंदा रहने यहां पर नहीं आया है. सबको मरना है. सिकंदर जब दुनिया से गया तो वसीयत लिखकर गया कि हमारा अंतिम संस्कार करोगे तो मेरे हाथ खुले रखना तो लोगों ने पूछा क्यों? ताकिसबको पता लगे कि सिकंदर दुनिया से खाली हाथ जा रहा है. मैं जब तक जिंदा रहूंगा अपनी आवाज को नही दबाऊंगा. इन जालिमों को लगता है, मेरी बात से तकलीफ हो रही है तो कोर्ट जाएं. पुलिस में शिकायत करें. अगर आप हमें मार भी देंगे तब भी हम खामोश नही बैठेंगे.

''यदि आपने ईमानदार, नैतिकता से भरा बंदा नहीं दिया तो..'' : सीएम प्रत्‍याशी पर नवजोत सिद्धू ने दिए संकेतउन्‍होंने सवालिया लहजे में कहा, 'इतने कट्टरता क्यों हो चुके है ये लोग? हमने प्रस्ताव दिया है कि दिसम्बर 2015 को गृह मंत्रालय में कहा था हर मजहब का रेडिकलजेशन सेंटर बनाये किसी एक मजहब का नहीं. क्या गांधी और दो प्रधानमंत्री को मारने वाले कट्टर नही थे. इससे बीजेपी को खतरा तो है देश को ज़्यादा खतरा है.

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