यह लेख 1 जनवरी को नए साल क्यों मनाने का चलन शुरू हुआ, इसकी रोचक वजहों और इतिहास के बारे में बताता है।
Happy New Year :2024 को अलविदा कहकर सभी 2025 के स्वागत के लिए तैयार हैं. 31 दिसंबर 2024 का दिन खत्म होते ही रात 12 बजे पूरी दुनिया नए साल 2025 का दिल खोलकर स्वागत करेगी. हर साल 1 जनवरी को न्यू ईयर सेलिब्रेट किया जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिरकार 1 जनवरी को ही नया साल क्यों मनाया जाता है. इसकी शुरुआत कब, कैसे और कहां हुई थी? अगर नहीं तो यहां हम आपको बताने जा रहे हैं 1 जनवरी को न्यू ईयर सेलिब्रेशन का इतिहास और इसके पीछे की रोचक वजह.
लेकिन नूमा के फैसले के बाद जनवरी से साल की शुरुआत होने लगी. दरअसल मार्च महीने का नाम रोमन देवता मार्स के नाम पर रखा गया था, जो युद्ध के देवता थे. वहीं जनवरी रोमन देवता जेनस के नाम से लिया गया है, जिनके दो मुंह थे आगे वाला मुंह शुरुआत और पीछे वाला अंत माना जाता था. नूमा ने साल के आरंभ के लिए शुरुआत के देवता जेनस का चयन किया और ऐसे जनवरी साल का पहला महीना हो गया.
NEW YEAR HISTORY CALENDAR ROMAN EMPIRE JANUARY
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
ganatantra divas 2024भारत में गणतंत्र दिवस 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन संविधान लागू हुआ था।
और पढो »
नया साल 2025: गणेश जी की पूजा से मिलेगा सफलतानया साल 2025 में 1 जनवरी बुधवार है। इस दिन भगवान गणेश की पूजा करना शुभ माना जाता है। उनके मंत्रों का जाप करने से पूरे वर्ष लाभ मिलता है।
और पढो »
फुलेरा दूज 2025: तारीख, समय और महत्वफुलेरा दूज, भगवान कृष्ण और राधा रानी को समर्पित पर्व, फाल्गुन माह के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 01 मार्च को मनाया जाएगा।
और पढो »
गणित के जादूगर एस. रामानुजन से जुड़ी 10 रोचक बातेंहर साल भारत में 22 दिसंबर को महान गणितज्ञ श्रीनिवास रामानुजन (Srinivasa Ramanujan) के जन्मदिन के अवसर पर मैथमेटिक्स डे मनाया जाता है.
और पढो »
शनि प्रदोष व्रत 2024: तिथि, महत्व और पूजा विधिइस साल का आखिरी प्रदोष व्रत 28 दिसंबर को है, जो शनिवार को पड़ रहा है। इस व्रत को शनि प्रदोष व्रत के नाम से जाना जाता है।
और पढो »
क्यों मनाया जाता है World Computer Literacy Day, यहां पढ़ें इसका महत्व और इतिहासकंप्यूटर के बिना आज के समय की कल्पना करना भी मुश्किल है। यह हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन चुका है जो रोजमर्रा के कामों से लेकर दफ्तर अस्पताल आदि में भी काम आता है। इसलिए कंप्यूटर साक्षरता को हर व्यक्ति तक पहुंचाना जरूरी है। इसलिए हर साल 2 दिसंबर को वर्ल्ड कंप्यूटर लिट्रेसी डे World Computer Literacy Day 2024 मनाया जाता है। आइए जानें इस दिन से जुड़ी...
और पढो »