अगस्त माह गन्ने की बुवाई की लिए परफेक्ट माना जाता है. यही कारण है कि अधिकतर किसान इसी समय पीआर बुवाई शुरू करते हैं. ऐसे में किसानों के लिए सही तकनीक और रणनीतियां अपनाने से फसल की पैदावार में बड़ा अंतर आ सकता है. अगर गन्ने की बुवाई के समय कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान रखा जाए, तो फसल की उपज को दोगुना किया जा सकता है.
माधोपुर स्थित क्षेत्रीय अनुसंधान केंद्र में कार्यरत कृषि वैज्ञानिक डॉ. सतीश चंद्र नारायण ने Local18 टीम को बताया कि बुवाई के समय पंक्तियों के बीच की दूरी का ध्यान रखना बहुत जरूरी है. आमतौर पर 90 से 120 सेंटीमीटर की दूरी पंक्तियों के बीच रखी जाती है. इस दूरी को बनाए रखने से पौधों को उचित स्थान मिलता है और वे तेजी से बढ़ते हैं. गन्ने की बुवाई के समय लगभग 8-10 सेंटीमीटर की गहराई पर बुवाई की जाती है.
गन्ने की बुवाई के बाद प्रारंभिक अवस्था में नाइट्रोजन युक्त खाद का उपयोग पौधों के तेजी से बढ़ने में सहायक होता है. इसके अलावा, फॉस्फोरस और पोटाश का सही मात्रा में उपयोग फसल की जड़ और तने को मजबूत बनाता है. उन्होंने बताया कि जैविक खाद, जैसे गोबर की खाद, कम्पोस्ट, और वर्मीकम्पोस्ट का उपयोग मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने और पौधों को आवश्यक सूक्ष्म पोषक तत्व प्रदान करने में मदद करता है. इससे मिट्टी की संरचना बेहतर होती है और गन्ने की गुणवत्ता भी बढ़ती है.
How To Cultivate Sugarcane When To Cultivate Sugarcane At What Distance To Sow Sugarcane How Deep To Sow Sugarcane Best Variety Of Sugarcane Which Variety Of Sugarcane To Cultivate Benefits Of Sugarcane गन्ना की खेती कैसे करें गन्ना की खेती कब करें गन्ना की खेती गन्ना की बुवाई कितनी दूरी पर करें कितनी गहरी करें गन्ना की बुवाई गन्ना की सबसे अच्छी किस्म कौन सी किस्म के गन्ना की करें खेती गन्ना के फायदे
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
किसान करें इस सब्जी की खेती, 3 महीने में होगी बंपर पैदावार, कमाई भी छप्पर फाड़परवल की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है. मिट्टी की तैयारी के लिए खेत की गहरी जुताई करके उसमें अच्छी तरह से सड़ी हुई गोबर की खाद या कम्पोस्ट मिलाना चाहिए. इससे मिट्टी की उर्वरता बढ़ती है और परवल के पौधों को आवश्यक पोषक तत्व मिलते हैं.
और पढो »
फसल भी सुरक्षित...पैदावार भी होगी बंपर, बाजरा की खेती करते समय इन बातों का रखें ध्यान, रोग का भी नहीं रहेगा...अगर आपने भी बाजरे की बुवाई की है, तो यह खबर आपके काम की है. बाजरे की बुवाई खत्म हो चुकी है, अब पौधे अपने प्रगति पर हैं. ऐसे में कुछ ऐसी समस्या आती है, जिसको अगर नजरअंदाज करें तो संभवत: पूरी फसल बर्बाद हो जाती है. केवल कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों पर फोकस कर किसान अगर देखरेख कर दें, तो उनकी फसल न केवल सुरक्षित रहेगी, बल्कि बंपर पैदावार भी देगी.
और पढो »
बरसात में इस सब्जी की करें खेती, बंपर होगी पैदावार, लाखों में कमाएंगे मुनाफा, जानिए तरीकाबैंगन की कुछ ऐसी किस्में हैं, जिनकी खेती मौसम के हिसाब से की जाती है, लेकिन इसकी खेती के लिए जल निकासी वाली दोमट मिट्टी अच्छी रहती है. जिसमें अच्छी पैदावार कर किसान लाखों रुपए मुनाफा कमा सकते हैं.
और पढो »
इस आसान तरीके से करें धान की खेती, कम पानी में भी होगी फसल की बंपर पैदावारउत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के तराई इलाकों में किसान अगस्त माह में भी धान की रोपाई कर रहे हैं. ऐसे में सभी किसानों को इन बातों का ध्यान रखना होगा, जिससे बंपर पैदावार होगी. (रिपोर्टः अतीश/लखीमपुर खीरी)
और पढो »
बरसात के मौसम में इस विधि से करें टमाटर की खेती, बिना सड़े होगी फसल की बंपर पैदावारदेश के ज्यादातर हिस्सों में मानसून का कहर जारी है. तेज बारिश और बाढ़ के कारण खरीफ की फसलों के साथ सब्जियों को काफी नुकसान हुआ है. हालत ये हैं कि धान के साथ सब्जियों के खेत पानी में डूब कर बर्बाद हो गए हैं. इस कारण सब्जी मंडी में सब्जियों की आवक कम हुई और दाम तेजी से बढ़े हैं. इस समय किसान टमाटर की खेती करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं.
और पढो »
UP: यहां आज भी कोई नहीं मनाता है रक्षाबंधन, सभी भाइयों के मन में रहता है बस एक ही बात डर; कई बार उठी आवाज पर..यूपी के संभल जिले के गांव बेनीपुर चक में आज भी रक्षाबंधन नहीं मनाया जाता है। शहर से पांच किलोमीटर की दूरी पर इस गांव के लोग राखी देखकर दूर भागते हैं।
और पढो »