बाबा सोमनाथ मंदिर में स्थित शिवलिंग पर जल अर्पित करना अत्यंत फलदायी माना जाता है. यहां की गई खुदाई में 12वीं सदी तक की मूर्तियां और शिलालेख मिले हैं.
सोनभद्र: सोनभद्र जिले के चोपन ब्लाक स्थित गोठानी गांव में स्थित बाबा सोमनाथ का मंदिर, जिसे गुप्तकाशी के नाम से भी जाना जाता है, पूरे जनपद के लोगों की श्रद्धा का केंद्र है. यह पवित्र धाम कई ऐतिहासिक प्रतीकों और दिव्य मान्यताओं से भरा हुआ है, जिससे यह धार्मिक पर्यटन का एक प्रमुख केंद्र बन गया है. माना जाता है कि इस मंदिर का निर्माण 15वीं सदी में हुआ था, जब अगोरी पर खरवार राजवंश का शासन था.
शिवलिंग की महिमा और पुरातात्विक धरोहर बाबा सोमनाथ मंदिर में स्थित शिवलिंग पर जल अर्पित करना अत्यंत फलदायी माना जाता है. यहां की गई खुदाई में 12वीं सदी तक की मूर्तियां और शिलालेख मिले हैं, जो क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति और इतिहास को उजागर करते हैं. खास बात यह है कि यहां से मिले कुछ शिलालेखों की भाषा आज भी रहस्य बनी हुई है. यह मंदिर न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह क्षेत्र की पुरातात्विक धरोहर का भी एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
Famous Temple In Sonbhadra Sonbhadra Ka Mandir Amazing Temples In Sonbhadra Gupt Kashi 4000 साल पुराना मंदिर सोनभद्र का काशी बेहद प्राचीन है ये मंदिर
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