60 लोगों के परिवार में रहता था ये गुजराती, आज नामी बैंक का मालिक, नेट वर्थ 1.2 लाख करोड़

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60 लोगों के परिवार में रहता था ये गुजराती, आज नामी बैंक का मालिक, नेट वर्थ 1.2 लाख करोड़
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उदय कोटक भारत के तीसरे सबसे बड़े प्राइवेट बैंक कोटक महिंद्रा बैंक के बोर्ड में नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर हैं. फैमिली बिजनेस इसलिए छोड़ दिया क्योंकि उसमें वे खुद पूरी तरह मालिक नहीं थे.

Success Story: 60 लोगों का एक बड़ा परिवार था. चाचा, ताऊ, दादा-दादी समेत सबलोग एक ही छत के नीचे रहते थे. सबका खाना एक ही रसोई में पकता था. इसी परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ, जिसका नाम रखा गया – उदय. उदय का शाब्दिक अर्थ भी इतना बढ़िया है कि इसमें से सफलता ही झलकती है. यह बच्चा बड़ा होकर ऐसा काम करता है कि सच में नया सूर्य ‘उदय’ होता है. फिलहाल, वही लड़का 14.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का मालिक है. रुपयों में ये नेट वर्थ 12,02,16,02,45,000 रुपये से अधिक है.

कोटक महिंद्रा फाइनेंस से कैसे बना कोटक महिंद्रा बैंक? 1987 तक, कोटक महिंद्रा फाइनेंस की सेल 26 लाख रुपये तक पहुंच गई थी. उदय कोटक को यह एहसास हुआ कि भारत में कोई प्राइवेट बैंक नहीं था, केवल विदेशी बैंक और कुछ कार्टेल थे. 1991 में उन्होंने ऐतिहासिक कदम उठाया और कोटक पहला भारतीय निवेश बैंक बन गया.

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