Agriculture News: अक्टूबर महीने में धान की फसल में लगभग बालियां निकलने लगती है. हालांकि, इस बीच कई खतरनाक कीटों का प्रकोप देखा जा रहा है, जो धान की पैदावार पर गंभीर असर डाल सकते हैं. मिलीबग कीड़े भी इन्हीं में से एक हैं, जो धान की खेती को नुकसान पहुंचा सकते हैं.
डॉक्टर हसन ने Local18 टीम से कहा कि मिलिबग कीड़े आमतौर पर सितंबर महीने में धान की खेती में लगते हैं. ये कीड़े पंख और टांगे नहीं रखते हैं और धान के पौधों पर चढ़कर रस चूसते हैं, जिससे पौधे पीले हो जाते हैं. इस पीलापन के कारण पौधे की ऊंचाई कम हो जाती है और वे झुकने लगते हैं. ये कीड़े ऐसे हैं, जो पकड़ में कम आते हैं, जिससे समूचे खेत को नुकसान पहुंच सकता है. इन कीड़ों से बचाव के लिए, डॉक्टर हसन ने सुझाव दिया कि यदि धान के पौधे पीले नजर आएं, तो सबसे पहले पूरे खेत का निरीक्षण करें.
अगर इस दौरान चार में से कोई मिलता है, तो इसके लिए उपचार की आवश्यकता है. एक्सपर्ट ने Thiamethoxam 25 wg का उपयोग करने की सलाह दी है. इसे आधा ग्राम प्रति लीटर पानी में मिलाकर स्प्रे करें, और स्प्रे से पहले एक शैंपू मिलाना न भूलें. उन्होंने बताया कि एक एकड़ में 150 लीटर पानी का उपयोग करें. अगर Thiamethoxam उपलब्ध नहीं है, तो 1 एमएल imidacloprid भी एक विकल्प है. इसे 3 लीटर पानी में घोलकर स्प्रे करने से कीड़े खत्म हो जाते हैं. ये कीड़े धान की खेती को 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान पहुंचा सकते हैं.
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