Agricultural Tips: धान की खेती अब अंतिम स्टेज में है और इसकी कटनी शुरू हो चुकी है. किसान अब रबी फसल की बुआई की तैयारी करने लगे हैं. इस सीजन का प्रमुख फसल गेहूं है. सीतामढ़ी में बड़े पैमाने पर इसकी खेती होती है. यहां के खेत में धान और गेहूं की उपज अच्छी होती है. अब गेहूं की बुआई का समय नजदीक आ रहा है, किसान अपनी तैयारी कर रहे हैं.
कृषि विज्ञान केंद्र के शस्य वैज्ञानिक सचिदानंद प्रसाद ने लोकल 18 को बताया कि गेहूं की खेती के लिए उन्नत और उचित समय 15 नवंबर से 10 दिसंबर के बीच मानी जाती है. लेकिन, अभी कुछ समय से देखा जा रहा इसको अगर एक सप्ताह पहले अगर करते हैं, तो 7 से 8 नवंबर के आस-पास तो हमारा उत्पादन अच्छा प्राप्त होगा. कृषि विज्ञान केंद्र के शस्य वैज्ञानिक सचिदानंद प्रसाद ने लोकल 18 को बताया कि गेहं के लिए कई उन्नत प्रजाति की बीज उपलब्ध है.
इससे प्रति एकड चार हजार की बचत कर सकते हैं, क्योंकि जीरो टिलेज में धान की कटाई के तुरंत बाद उचित नमी की अवस्था में हम सीधी बुवाई कर देते हैं. शस्य वैज्ञानिक सचिदानंद प्रसाद ने लोकल 18 को बताया कि जीरो टिलेज मशीन में दो खाने बने होते हैं. जिसमें एक फर्टिलाइजर का होता है और इसका दूसरा खाना पंक्ति से पंक्ति जो है अट्ठारह सेंटीमीटर की दूरी बनती जाती हैं और वो लाइन से गेहूं और खान दोनों जो है गिरता जाता है. जिससे इसका जर्मिनेशन ही बढ़िया होता है और लाइन में जब रहता है.
प्रति एकड़ चार हजार की होगी बचत बंपर उत्पादन होगी तगड़ी कमाई जीरो टिलेज से गेहूं खेती गेहूं की खेती का समय Farm Wheat With This Method There Will Be A Saving Of Four Thousand Rupees Pe Bumper Production Good Income Wheat Farming With Zero Tillage Time Of Wheat Farming
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