अमशीपुरा फर्जी मुठभेड़ के 1 साल बीते, पिता को बेटे के लिए अब भी है न्याय का इंतजार via NavbharatTimes
दक्षिण कश्मीर के शोपियां जिले में सेना के एक अफसर की ओर से फर्जी एनकाउंटर में अपने बेटे और दो अन्य के मारे जाने के साल भर से अधिक समय गुजर जाने के बाद भी एक पिता को उसके लिए न्याय का इंतजार है। इंतजार की यह घड़ी और लंबी हो गई है क्योंकि सेना अपनी इंटरनल जांच पूरी होने के छह महीने बाद भी कानूनी कामकाज को पूरा करने में जुटी हुई है।
दरअसल सेना के एक अधिकारी ने पिछले साल 18 जुलाई को फर्जी मुठभेड़ में तीन युवक मारे दिया था। अमशीपुरा एनकाउंटर में तीन युवकों के मारे जाने में शामिल होने को लेकर सेना की ओर से अपने दो सैनिकों के खिलाफ साक्ष्यों को दर्ज करने का कार्य पूरा कर लिया गया है। इस बारे में पता चला है कि एक अधिकारी के खिलाफ कोर्ट मार्शल की कार्यवाही शुरू की जाएगी।वहीं, एक समानांतर जांच में जम्मू कश्मीर पुलिस की ओर से गठित एक विशेष जांच टीम कर रही है। टीम ने शोपियां जिले के ऊंचाई वाले इलाके में फर्जी मुठभेड़ की यह साजिश...
सेना ने पिछले साल दिसंबर में साक्ष्य दर्ज करने का कार्य पूरा कर लिया था और सेना ने उस वक्त एक बयान जारी कर कहा था कि साक्ष्य दर्ज करने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। कोर्ट ऑफ इनक्वायरी ने पिछले साल सितंबर में अपनी जांच पूरी की थी और प्रथम दृष्टया यह साक्ष्य पाया था कि सैनिकों ने सशस्त्र बल विशेष अधिकार अधिनियम के तहत मिली शक्तियों की सीमाएं 18 जुलाई की मुठभेड़ में पार की। इस बीच, एसआईटी की ओर से दाखिल आरोपपत्र अदालत में लंबित है क्योंकि सेना ने आंतरिक जांच पूरी करने और सेना अधिनियिम के तहत सेना के...
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