अखिलेश यादव ने बसपा पर भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया है.
नई दिल्ली: बसपा प्रमुख मायावती ने मंगलवार को पार्टी के नेशनल कोऑर्डिनेटर और अपने उत्तराधिकारी आकाश आनंद को उनके पद से हटा दिया.इससे पहले सोमवार को बसपा ने जौनपुर में अपना उम्मीदवार बदल दिया था.उसने श्रीकला रेड्डी का टिकट काटकर श्याम सिंह यादव को उम्मीदवार बना दिया था. बसपा के इन कदमों से सपा प्रमुख अखिलेश यादव भड़क गए.उन्होंने मायावती पर भाजपा की मदद करने का आरोप लगाया.
अखिलेश यादव ने लिखा,'' इसलिए आग्रह है कि संविधान,आरक्षण और अपना मान-सम्मान बचाना है तो अपना वोट सपा को दें या जहां इंडिया गठबंधन का प्रत्याशी हो वहां डालकर संविधान और आरक्षण विरोधी भाजपा को हराएं.'' सपा प्रमुख मायावती के फैसलों पर ऐसे ही हमला नहीं बोल रहे हैं. दरअसल बसपा उत्तर प्रदेश की दो दर्जन से अधिक सीटों पर विपक्षी इंडिया गठबंधन का समीकरण बिगाड़ रही है.इसी वजह से अखिलेश बहुजन समाज के लोगों से अपील कर रहे हैं कि वे बसपा की साजिश को समझें.
बसपा ने कन्नौज में अखिलेश यादव के खिलाफ भी एक मुसलमान इमरान बिन जफर को खड़ा कर दिया है. वहीं आजमगढ़ में बसपा ने पहले अपने प्रदेश अध्यक्ष भीम राजभर को उम्मीदवार बनाया था, लेकिन सपा ने जब वहां से धर्मेंद्र यादव को टिकट दिया तो लेकिन धर्मेंद्र यादव का नाम सामने आते ही बसपा ने अपना उम्मीदवार बदलते हुए मशूद अहमद को मैदान में उतार दिया. वहीं आजगढ़ से हटाए गए भीम राजभर को सलेमपुर में सपा के रमाशंकर राजभर के खिलाफ खड़ा कर दिया है. इससे पहले तक अखिलेश बसपा प्रमुख पर निशाना साधने से परहेज करते थे.
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