जन जागरण अभियान के तहत बीजेपी नेता घर-घर जाकर लोगों को CAA के बारे में बताएंगे.
बता दें कि CAA के खिलाफ केरल विधानसभा ने प्रस्ताव पास किया है. वहीं, कई गैर-बीजेपी सरकार वाले राज्यों में इस कानून का जोरदार विरोध हो रहा है. इन सबके बीच बीजेपी ने लोगों में इस कानून के प्रति जागरुकता फैलाने का प्लान बनाया है, जिसके तहत ये मेगा अभियान चलाया जा रहा है.
'जन जागरण अभियान' के तहत बीजेपी नेता घर-घर जाकर लोगों को CAA के बारे में बताएंगे. इसके साथ ही CAA को लेकर देशभर में कई रैलियां और करीब 250 प्रेस कॉन्फ्रेंस भी होंगी.नागरिकता संशोधन कानून 2019 में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से आए हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और क्रिस्चन धर्मों के प्रवासियों के लिए नागरिकता के नियम को आसान बनाया गया है. पहले किसी व्यक्ति को भारत की नागरिकता हासिल करने के लिए कम से कम पिछले 11 साल से यहां रहना अनिवार्य था.
आसान शब्दों में कहा जाए तो भारत के तीन मुस्लिम बहुसंख्यक पड़ोसी देशों से आए गैर मुस्लिम प्रवासियों को नागरिकता देने के नियम को आसान बनाया गया है.विपक्ष का सबसे बड़ा विरोध यह है कि इसमें खासतौर पर मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया गया है. उनका तर्क है कि यह संविधान के अनुच्छेद 14 का उल्लंघन है जो समानता के अधिकार की बात करता है.
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