DeepSeek एक चीनी AI स्टार्टअप है जिसने अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल के साथ दुनिया भर के लोगों का ध्यान खींचा है। यह ऐप तेजी से लोकप्रिय हो रहा है, लेकिन भारत में रजिस्ट्रेशन की चुनौतियां हैं।
एक चीनी AI स्टार्टअप, DeepSeek लगातार चर्चा में बना हुआ है। अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल ने दुनिया भर के लोगों और प्रमुख तकनीकी नेताओं का ध्यान खींचा है, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से लेकर OpenAI CEO सैम अल्तामैन तक इस AI की चर्चा कर रहे हैं। यह ऐप Google Play Store और Apple App Store पर तेजी से लोकप्रिय हो रहा है और दोनों प्लेटफॉर्म से डाउनलोड किया जा सकता है। यह ऐप भारत में भी उपलब्ध है, लेकिन इसके उपयोग के साथ कुछ चुनौतियां हैं। \इस AI चैटबॉट का उपयोग करने के लिए आपको रजिस्टर
करना होगा। आप ईमेल आईडी, मोबाइल नंबर या Google अकाउंट से रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद आप इसे किसी अन्य AI बॉट की तरह ही इस्तेमाल कर सकते हैं। यह सब बहुत आसान है अगर आपका रजिस्ट्रेशन हो जाता है। हालाँकि, कंपनी ने लार्ज स्केल मलेशियस अटैक का हवाला देते हुए नए रजिस्ट्रेशन को चीन तक सीमित कर दिया है। आप केवल चीनी नंबर से ही रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। \हालांकि, इसके वेब वर्जन पर अभी रजिस्ट्रेशन चालू है, लेकिन वहां आपको 'रजिस्ट्रेशन बिजी' का संदेश दिखाई दे रहा है। यानी आप इस AI ऐप को फिलहाल डाउनलोड तो कर सकते हैं, लेकिन इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे क्योंकि रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। हमने इस ऐप को एंड्रॉयड और iOS दोनों ही प्लेटफॉर्म पर इस्तेमाल किया है और यह Google अकाउंट से साथ बेहतरीन ढंग से काम कर रहा है
Deepseek AI चैटबॉट चीनी तकनीक Google Play Store Apple App Store रजिस्ट्रेशन
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
कौन है AI का चाइनीज 'जादूगर' Liang Wenfeng? जिसने अमेरिका के टेक दिग्गजों को हिला कर रख दिया!DeepSeek एक चीनी AI फर्म है जिसने हाल ही में अपना रीजनिंग मॉडल DeepSeek R-1 और इमेज जेनरेशन मॉडल DeepSeek Janus-Pro-7B पेश किया है। R-1 मॉडल के लॉन्च के बाद से डीपसीक ग्लोबल मार्केट में तेजी से बढ़ रहा है और इसने अमेरिकी शेयर बाजार को हिला कर रख दिया है। इससे NVIDIA और Microsoft जैसी कंपनियों के शेयर गिर गए...
और पढो »
डीपसीक: कम खर्च में बना एआई चैटबॉट जो अमेरिका को हिला रहा हैडीपसीक, एक कम खर्च में बना एआई चैटबॉट, जिसकी लोकप्रियता ने अमेरिकी शेयर बाजार में उथल-पुथल ला दी है। इसका निर्माण चीन में हुआ है और इसका इस्तेमाल दुनिया भर में किया जा रहा है।
और पढो »
ChatGPT और Google Gemini को चीनी DeepSeek AI ने छोड़ा पीछे, सिलिकॉन वैली में हलचल तेजDeepSeek R1 Explain: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की रेस में चीन ने एक बड़ी छलांग लगाई है. ऐसा लग रहा था कि अमेरिकी कंपनियां इस रेस में किसी दूसरे देश से बहुत आगे हैं, लेकिन चीन ने इसे गलत साबित कर दिया है. चीन ने इस सेगमेंट में DeepSeek R1 को इंट्रोड्यूस किया है, जो एक रिजनिंग मॉडल है. आइए जानते हैं ये मॉडल पॉपुलर क्यों हो रहा है.
और पढो »
DeepSeek: इस छोटे चीनी स्टार्टअप से क्यों परेशान हो गया अमेरिका? साफ हो गए हजारों करोड़DeepSeek R1: चीनी AI मॉडल ने इस समय दुनिया भर में तहलका मचा रखा है. अभी तक OpenAI का ChatGPT नंबर-1 था, लेकिन चीनी DeepSeek के आने के बाद अमेरिकी मार्केट से अरबों डॉलर्स साफ हो गए हैं. इतना ही नहीं, DeepSeek पर साइबर अटैक हुआ है और कंपनी ने इस वजह से अब रजिस्ट्रेशन बंद है.
और पढो »
कौन है वह शख्स जिसने DeepSeek बनाकर उड़ाई दुनिया की नींद? पिता प्राइमरी स्कूल में रहे हैं टीचरDeepSeek Founder Liang Wenfeng: चीनी एआई डेवलपर डीपसीक (DeepSeek) ने दुनिया के कई दिग्गजों के होश उड़ा दिए हैं। डीपसीक का DeepSeek-R1 मॉडल चैटजीपीटी से आगे निकल गया है। इसके चलते एआई आधारित कई अमेरिकी कंपनियों के शेयर में सोमवार को जबरदस्त गिरावट आई। जानें DeepSeek को किसने बनाया...
और पढो »
कभी नहीं सुधरेगा चीन, अरुणाचल और कश्मीर पर DeepSeek की घटिया हरकतDeepSeek एक चीनी AI चैटबॉट है, जिसे ChatGPT को टक्कर देने के लिए बनाया गया है। यह ऐप दुनिया भर में लोकप्रिय हो रहा है, लेकिन भारत में यह विवादों में घिर गया है। जब DeepSeek से भारत के अरुणाचल प्रदेश और कश्मीर के बारे में पूछा गया, तो उसने जवाब देने से इनकार कर...
और पढो »