वैश्विक और घरेलू मोर्चे पर अड़चनों के बीच विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयरों में अपना निवेश घटा दिया है। कंपनियों के तिमाही नतीजे कमजोर रहने की संभावना, डॉलर में मजबूती तथा डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में टैरिफ वॉर तेज होने की आशंका के बीच एफपीआई बिकवाल बने हुए हैं।
नई दिल्ली: साल बदल गया लेकिन विदेशी निवेश कों की फितरत नहीं बदली है। वे लगातार भारतीय बाजार में बिकवाली कर रहे हैं। विदेशी पोर्टफोलियो निवेश कों ने इस महीने अब तक भारतीय शेयर बाजारों से 22,194 करोड़ रुपये की निकासी की है। कंपनियों के तिमाही नतीजे कमजोर रहने की संभावना, डॉलर में मजबूती तथा डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन में टैरिफ वॉर तेज होने की आशंका के बीच एफपीआई बिकवाल बने हुए हैं। इससे पहले दिसंबर माह में एफपीआई ने भारतीय शेयर बाजार 15,446 करोड़ रुपये का निवेश किया था।वैश्विक और घरेलू मोर्चे पर अड़चनों...
शामिल है।’ FPI investment in india: इन्हें पसंद नहीं आया बजट, महज 4 दिनों में शेयर बाजार से निकाले 6834 करोड़ रुपये!डॉलर इंडेक्स में तेजीइसके अलावा भारतीय रुपये का रिकॉर्ड निचला स्तर, अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में उछाल और भारतीय शेयर बाजार के ऊंचे मूल्यांकन की वजह से भी एफपीआई बिकवाली कर रहे हैं। डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने इस महीने अबतक शेयरों से 22,194 करोड़ रुपये निकाले हैं। दो जनवरी को छोड़कर सभी कारोबारी सत्रों में एफपीआई शुद्ध बिकवाल रहे हैं।जियोजीत...
FPI निवेश बिकवाली डॉलर भारतीय शेयर
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