Ghadi Wala Mandir: एकलौता मंदिर जहां बस 20 रुपए की चीज चढ़ाते ही खुल जाती है किस्मत! बुरा वक्त खत्म होने का दावा

Ghadi Wala Mandir समाचार

Ghadi Wala Mandir: एकलौता मंदिर जहां बस 20 रुपए की चीज चढ़ाते ही खुल जाती है किस्मत! बुरा वक्त खत्म होने का दावा
Ghadi Wale BabaMandirTemple
  • 📰 Zee News
  • ⏱ Reading Time:
  • 58 sec. here
  • 12 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 61%
  • Publisher: 63%

Ghadi wala mandir: महाकाल की नगरी उज्जैन से 50 किलोमीटर दूर स्थित सगस भैरव मंदिर में घड़ी चढ़ाने की परंपरा है. यहां घड़ी बांधने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. उनकी मान्यता है कि घड़ी बांधने से मन्नत पूरी हो जाती है. यहां इतनी घड़ियां चढ़ चुकी हैं कि यहां घड़ी रखने की जगह नहीं बची है.

Ghadi Wala Mandir : एकलौता मंदिर जहां बस 20 रुपए की चीज चढ़ाते ही खुल जाती है किस्मत! बुरा वक्त खत्म होने का दावा

Ghadi wala mandir: महाकाल की नगरी उज्जैन से 50 किलोमीटर दूर स्थित सगस भैरव मंदिर में घड़ी चढ़ाने की परंपरा है. यहां घड़ी बांधने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु आते हैं. उनकी मान्यता है कि घड़ी बांधने से मन्नत पूरी हो जाती है. यहां इतनी घड़ियां चढ़ चुकी हैं कि यहां घड़ी रखने की जगह नहीं बची है.स्कूल में लड़के करते थे परेशान, एक्ट्रेस को ठहराया जाता था दोषी; सालों बाद बयां किया दर्द; बोलीं- 'आदमी ने अपने प्राइवेट पार्ट्स...

Watch Temple: घडियों का काम सिर्फ समय बताना ही नहीं होता बल्कि एक मंदिर के पेड़ पर घडियाँ चढा दी जाए तो घडियाँ आपका सही वक्त भी ला सकती है. ऐसा लोगों का विश्वास है. उज्जैन के गुराडिया सांगा गांव का ये मंदिर अपनी अनूठी मान्यता की वजह देश-दुनिया में जाना-पहचाना जाता है. यहां स्थित सगस भैरव का मंदिर न सिर्फ इलाके के हजारों लोगों की आस्था का केंद्र है. श्रद्धालु यहां स्थित बरगद के पेड़ पर घड़ी चढ़ाते हैं.

घड़ी वाले बाबा के मंदिर में घड़ी चढ़ाने का इतिहास एक दशक से भी अधिक पुराना है. स्थानीय लोगों के अनुसार सबसे पहले एक व्यक्ति ने अपनी मनोकामना पूरी होने के बाद यहां घड़ी चढ़ाई थी. इसके बाद यहां घड़ी चढ़ाने का सिलसिला शुरू हो गया. आज यहां पर दूर-दूर से श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर आते हैं और घड़ी चढ़ाते हैं.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Zee News /  🏆 7. in İN

Ghadi Wale Baba Mandir Temple Watch Temple Good Luck Health Wealth Money Dharm Ki Khabarein Astro Advice For Free

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

Rajasthan: रामभरोसे झुंझुनूं का स्वास्थ्य विभाग, बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे सैकड़ों नर्सिंग होम, जिम्मेदार बेखबरRajasthan: रामभरोसे झुंझुनूं का स्वास्थ्य विभाग, बिना रजिस्ट्रेशन चल रहे सैकड़ों नर्सिंग होम, जिम्मेदार बेखबरराजस्थान के झुंझुनूं जिले में स्वास्थ्य सेवाओं का बहुत ही बुरा हाल है। अब इसमें स्वास्थ्य विभाग मेहरबान है या लापरवाह, खैर इस बात की पड़ताल इस खबर में की गई है।
और पढो »

IAS पूजा खेडकर विवाद के बीच UPSC अध्यक्ष मनोज सोनी ने दिया इस्तीफा, कार्यकाल पूरा होने से पहले ही छोड़ा पदIAS पूजा खेडकर विवाद के बीच UPSC अध्यक्ष मनोज सोनी ने दिया इस्तीफा, कार्यकाल पूरा होने से पहले ही छोड़ा पदमनोज सोनी का कार्यकाल खत्म होने में करीब 5 साल का समय बचा था। उनका कार्यकाल 2029 में खत्म होने वाला था, लेकिन इससे पहले ही उन्होंने पना पद छोड़ दिया।
और पढो »

लेटेस्ट बने राम मंदिर में इस्तेमाल होगा गुजरे जमाने का कीपैड मोबाइल, ये है बड़ी वजहलेटेस्ट बने राम मंदिर में इस्तेमाल होगा गुजरे जमाने का कीपैड मोबाइल, ये है बड़ी वजहAyodhyas Ram mandir: अयोध्या के राम मंदिर और मंदिर परिसर में काम करने वाले पुजारी और सहायक पुजारियों को राम मंदिर ट्रस्ट की तरफ से कीपैड मोबाइल उपलब्ध कराया गया है....
और पढो »

वित्त मंत्री के बजट पर गदगद PM मोदी : 84 मिनट के भाषण में 78 बार थपथपाई मेजवित्त मंत्री के बजट पर गदगद PM मोदी : 84 मिनट के भाषण में 78 बार थपथपाई मेजसंसदीय परंपरा के अनुसार सदन के अंदर किसी बात का समर्थन करने के लिए तालियां नहीं बजाई जाती बल्कि मेज थपथपाकर ही समर्थन या तारीफ की जाती है.
और पढो »

दिल्ली की महिला को भारी पड़ा शेयर मार्केट का चस्का, खटा-खट कट गए 24 लाखदिल्ली की महिला को भारी पड़ा शेयर मार्केट का चस्का, खटा-खट कट गए 24 लाखसाइबर फ्रॉड का एक नया केस दिल्ली से सामने आया है, जहां विक्टिम को बड़ी ही चालाकी के साथ 24 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया है.
और पढो »

कितनी बारिश झेल सकती है दिल्ली: 1976 में बने ड्रेनेज सिस्टम पर निर्भर राजधानी, आंकड़े बता रहे हाल बेहालकितनी बारिश झेल सकती है दिल्ली: 1976 में बने ड्रेनेज सिस्टम पर निर्भर राजधानी, आंकड़े बता रहे हाल बेहालराजधानी में बारिश होने पर सड़के दरिया व गलियां तालाब में तब्दील होती हैं। लोगों के लिए कुछ ही मिनट में राहत की बारिश आफत बन जाती है।
और पढो »



Render Time: 2025-02-19 12:34:52