ज्योतिषियों की मानें तो गणाधिप संकष्टी चतुर्थी Ganadhipa Sankashti Chaturthi 2024 के शुभ अवसर पर सिद्ध और साध्य योग का दुर्लभ संयोग बन रहा है। इन योग में गणपति बप्पा की पूजा करने से साधक की हर मनोकामना पूरी होती है। इसके साथ ही घर में सुख समृद्धि एवं शांति आती है। साधक भक्ति भाव से गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर बप्पा की पूजा करते...
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, आज यानी 18 नवंबर को गणाधिप संकष्टी चतुर्थी है। यह पर्व हर वर्ष मार्गशीर्ष माह में कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान गणेश की भक्ति भाव से पूजा की जाती है। साथ ही विशेष कार्य में सिद्धि पाने के लिए साधक गणाधिप संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखते हैं। इस व्रत को करने से धन संबंधी परेशानी दूर हो जाती है। ज्योतिष शास्त्र में गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर विशेष उपाय Ganadhipa Sankashti Chaturthi Upay) करने का भी विधान है। इन उपायों को करने...
को दूर्वा चढाने से मनचाही मुराद पूरी होती है। अगर आप विशेष कार्य में सिद्धि पाना चाहते हैं, तो गणाधिप संकष्टी चतुर्थी पर पूजा के समय भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करें। आप दूर्वा विषम संख्या में अर्पित करें। यह भी पढ़ें: कालाष्टमी पर दुर्लभ 'इंद्र' योग का हो रहा है निर्माण, प्राप्त होगा दोगुना फल गणोश मंत्र 1. ऊँ वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटि समप्रभ । निर्विघ्नं कुरू मे देव, सर्व कार्येषु सर्वदा ॥ 2.
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