International Women's Day 2022: भारत की 5 ऐसी लेखिकाएं, जिन्होंने साहित्य के मायने बदल डाले InternationalWomensDay2022
International Women’s Day 2022 :
कहा जाता है कि किसी भी समाज का साहित्य उसका दर्पण होता है. खासतौर पर अगर साहित्य किसी महिला ने रचा है तो उसमें समाज को देखने के मायने, मुकाम और मजबूरियां, सभी नजर आती हैं.
उर्दू लेखिका इस्मत चुग़ताई को ‘इस्मत आपा’ के नाम से भी जाना जाता है. उनका जन्म 21 अगस्त 1915 को उत्तर प्रदेश के बदायूं में हुआ. उनकी कहानी लिहाफ़ के लिए लाहौर हाईकोर्ट में उन पर मुक़दमा चला जो बाद में ख़ारिज हो गया. उर्दू साहित्य की दुनिया में ‘इस्मत आपा’ के नाम से विख्यात इस लेखिका का निधन 24 अक्टूबर 1991 को हुआ. वे उर्दू साहित्य की सर्वाधिक विवादास्पद और सर्वप्रमुख लेखिका थीं जिन्होंने महिलाओं के सवालों को नए सिरे से उठाया.