InternationalWomensDay2022: स्वरोजगार को बनाया आधार, 2000 महिलाओं को दिया रोजगार, मंजू ने ऐसे किया मुमकिन WomensDay Womenday2022 womenpower
: ग्रामीण क्षेत्र में खराब आर्थिक स्थिति को देखकर मंजू का मन हमेशा कचोटता था। वह खुद के साथ ही परिवार की मदद करना चाहती थी। बच्चों की अच्छी पढ़ाई व परिवार के अच्छे जीवन स्तर के लिए चिंतित रहती थी। वह चाहती थीं परिवार व समाज में कुछ योगदान दें। जिंदगी सिर्फ चूल्हा-चौका करने में ही न बीत जाए। इसी उधेड़बुन के दौरान कहीं से उसे ग्रामीण आजीविका मिशन के बारे में पता चला। इसके बाद तो जैसे उसकी प्रतिभा को पंख लग गए। मंजू ने बीते दशक में अपने को सशक्त बनाते हुए करीब 2000 से अधिक महिलाओं को रोजगार...
ऊधमसिंह नगर के गदरपुर ब्लॉक की गूलरभोज निवासी मंजू अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ ही अन्य महिलाओं के लिए हर दिन कुछ नया करने की चाह रखती हैं। उनका कहना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश पुरुष खेती करते हैं या फिर रोजगार की तलाश में दूसरे राज्यों में चले जाते हैं। महिलाओं की भूमिका घर के कामों तक ही सीमित रह जाती है। उनकी पढ़ाई-लिखाई, हुनर व क्षमता का कोई उपयोग नहीं हो पाता है। वर्ष 2012 में मंजू को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के बारे में जानकारी मिली। उसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं...