ज्येष्ठ मास का प्रदोष व्रत अबकी बार बहुत ही खास संयोग में पड़ रहा है। इस दिन शिवरात्रि और प्रदोष व्रत एक साथ होने के अलावा ज्येष्ठ मास का बड़ा मंगल भी है। यानी कि भगवान शिव के साथ उनके अवतार कहे जाने वाले हनुमानजी की पूजा करने से आपको शुभ फल की प्राप्ति होगी। आइए जानते हैं इस बारे में और खास...
Jyeshtha Pradosh vrat: ज्येष्ठ मास का प्रदोष व्रत इस बार बेहद खास संयोग में पड़ रहा है। 4 जून को मासिक शिवरात्रि और प्रदोष व्रत दोनों एक साथ मंगलवार को हैं। यानी कि मंगलवार को होने की वजह से यह भौम प्रदोष व्रत कहलाएगा। साथ ही इस दिन ज्येष्ठ मास का बड़ा मंगलवार भी है। इसके अलावा इस दिन शोभन योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहे हैं। इस दिन बड़ा मंगल होने की वजह से रुद्र अवतार कहे जाने वाले हनुमानजी की पूजा करने से भी भक्तों की हर मनोकामना पूर्ण होगी। आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।...
शिवरात्रि का व्रत भी 4 जून को ही रखा जाएगा। भौम प्रदोष व्रत का महत्व मंगलवार को पड़ने वाला प्रदोष व्रत भौम प्रदोष व्रत कहलाता है। इस दिन भगवान शिव के साथ हनुमानजी की पूजा का भी खास महत्व होता है। जिन लोगों की कुंडली में मांगलिक दोष होता है या फिर विवाह में बाधाएं आ रही होती हैं उनके लिए भौम प्रदोष व्रत की पूजा करना बहुत ही शुभफलदायी होता है। जिन लोगों की कुंडली में मंगल भारी हो उन्हें भौम प्रदोष के दिन मंगल से जुड़ी लाल वस्तुओं का दान करना चाहिए। इससे मंगल की दशा में राहत होती है। भौम...
Jyeshtha Pradosh Vrat 2024 Bhaum Pradosh Vrat 2024 भौम प्रदोष व्रत 2024 ज्येष्ठ मास का प्रदोष व्रत कब है Jyeshtha Pradosh Vrat Kab Hai Bhaum Pradosh Kab Hai Bhaum Pradosh 2024 भौम प्रदोष कब है भौम प्रदोष व्रत का महत्व
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