Kurma Dwadashi 2025: कूर्म द्वादशी कब है, जानें भगवान विष्णु के कूर्म अवतार की कहानी

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Kurma Dwadashi 2025: कूर्म द्वादशी कब है, जानें भगवान विष्णु के कूर्म अवतार की कहानी
Lord VishnuKurma Dwadashi 2025रिलिजन न्यूज .
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Kurma Dwadashi 2025: कुर्म द्वादशी भगवान विष्णु के दूसरे अवतार कूर्म (कच्छप) को समर्पित है. कुर्म अवतार वह रूप है जिसमें भगवान विष्णु ने समुद्र मंथन के समय मंदराचल पर्वत को अपनी पीठ पर धारण किया था. | धर्म-कर्म

Kurma Dwadashi 2025 : कुर्म द्वादशी भगवान विष्णु के दूसरे अवतार कूर्म को समर्पित है. कुर्म अवतार वह रूप है जिसमें भगवान विष्णु ने समुद्र मंथन के समय मंदराचल पर्वत को अपनी पीठ पर धारण किया था. पृथ्वी को संतुलित करने और देवताओं की सहायता के लिए विष्णु जी ने ये अवतार लिया था. धार्मिक मान्यता है कि इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने से जीवन में शांति, सुख और समृद्धि आती है. साथ ही भक्तों को पापों से मुक्ति और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

भगवान विष्णु के कूर्म अवतार की प्रतिमा या चित्र की स्थापना करके उस पर चंदन, फूल, दीप, धूप, और नैवेद्य अर्पित करें. भगवान विष्णु के इस मंत्र का जाप करें ॐ नमो भगवते कूर्माय नमः. इसके बाद भगवान विष्णु की कथा और कूर्म अवतार की महिमा सुनना इस दिन फलदायी माना जाता है. दिनभर व्रत रखें और केवल फलाहार या एक बार सात्विक भोजन करें. कुर्म द्वादशी व्रत कथा पौराणिक मान्यता के अनुसार, देवताओं और असुरों ने अमृत प्राप्त करने के लिए समुद्र मंथन का निर्णय लिया.

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