ज्योतिषियों की मानें तो कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी Kalashtami 2024 तिथि पर कई मंगलकारी शुभ योग बन रहे हैं। इन योग में काल भैरव की पूजा करने से साधक के सकल मनोरथ सिद्ध हो जाएंगे। इसके साथ ही जीवन में व्याप्त सभी प्रकार की परेशानियां दूर हो जाएंगी। इस शुभ अवसर पर साधक श्रद्धा भाव से काल भैरव देव की पूजा करते...
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। वैदिक पंचांग के अनुसार, 24 अक्टूबर को कार्तिक माह की कालाष्टमी है। यह पर्व हर महीने कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन काल भैरव देव की पूजा की जाती है। साथ ही विशेष कार्य में सफलता पाने के लिए अष्टमी का व्रत रखा जाता है। इस शुभ अवसर पर मासिक कृष्ण जन्माष्टमी भी मनाई जाती है। वहीं, कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि पर अहोई अष्टमी भी मनाई जाती है। धार्मिक मत है कि काल भैरव देव की पूजा करने से साधक को सभी प्रकार के सुखों की प्राप्ति होती है। इसके साथ...
ॐ ह्रीं डिम्भाय नम: 51. ॐ ह्रीं शांताय नम: 52. ॐ ह्रीं शांत-जन-प्रियाय नम: 53. ॐ ह्रीं बटुकाय नम: 54. ॐ ह्रीं बटुवेषाय नम: 55. ॐ ह्रीं खट्वांग-वर-धारकाय नम: 56. ॐ ह्रीं भूताध्यक्ष नम: 57. ॐ ह्रीं पशुपतये नम: 58. ॐ ह्रीं भिक्षुकाय नम: 59. ॐ ह्रीं परिचारकाय नम: 60. ॐ ह्रीं धूर्ताय नम: 61. ॐ ह्रीं दिगंबराय नम: 62. ॐ ह्रीं शौरये नम: 63. ॐ ह्रीं हरिणाय नम: 64. ॐ ह्रीं पाण्डुलोचनाय नम: 65. ॐ ह्रीं प्रशांताय नम: 66. ॐ ह्रीं शांतिदाय नम: 67. ॐ ह्रीं शुद्धाय नम: 68. ॐ ह्रीं शंकरप्रिय बांधवाय नम: 69.
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