वैशाख माह में कालाष्टमी आज यानी 01 मई को मनाई जा रही है। इस दिन भगवान शिव के उग्र स्वरूप काल भैरव की पूजा और व्रत किया जाता है। कालाष्टमी का पर्व तंत्र पूजा के लिए भी शुभ माना गया है। इस अवसर पर विधिपूर्वक काल भैरव की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार काल भैरव उपासना करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती...
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Kaal Bhairav Aarti Lyrics: हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। इस बार वैशाख माह में कालाष्टमी आज यानी 01 मई को मनाई जा रही है। इस दिन भगवान शिव के उग्र स्वरूप काल भैरव की पूजा और व्रत किया जाता है। कालाष्टमी का पर्व तंत्र पूजा के लिए भी शुभ माना गया है। इस अवसर पर विधिपूर्वक काल भैरव की पूजा की जाती है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, काल भैरव की उपासना करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है। अगर आप भी काल भैरव की कृपा प्राप्त करना चाहते...
तुम बिन देवा सेवा सफल नहीं होंवे। चौमुख दीपक दर्शन दुख सगरे खोंवे।। तेल चटकि दधि मिश्रित भाषावलि तेरी। कृपा करिए भैरव करिए नहीं देरी।। पांव घुंघरू बाजत अरु डमरू डमकावत।। बटुकनाथ बन बालक जन मन हर्षावत।। बटुकनाथ जी की आरती जो कोई नर गावें। कहें धरणीधर नर मनवांछित फल पावें।। कालाष्टमी 2024 शुभ मुहूर्त वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि का प्रारंभ 01 मई को सुबह 05 बजकर 45 मिनट से होगा। वहीं इसका समापन 02 मई को सुबह 04 बजकर 01 मिनट पर होगा। ऐसे में कालाष्टमी का पर्व 01 मई को मनाया जाएगा। यह भी...
Kaal Bhairav Aarti Kaal Bhairav Aarti In Hindi Kaal Bhairav Aarti Lyrics Kaal Bhairav Ki Aarti काल भैरव आरती काल भैरव की आरती काल भैरव आरती इन हिंदी काल भैरव आरती लिरिक्स इन हिंदी कब है कालाष्टमी 2024 कालाष्टमी 2024 डेट कालाष्टमी 2024 माह में कब है कालाष्टमी अप्रैल में कब है कालाष्टमी कालाष्टमी 2024 मई शुभ मुहूर्त कालाष्टमी पूजा विधि कालाष्टमी मई शुभ मुहूर्त Kalashtami 2024 Date And Time Kalashtami In May 2024 Date Kalashtami In May 2024 Kalashtami In May
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
Lord Vishnu: गुरुवार की पूजा इस आरती के बिना है अधूरी, मनोकामनाएं शीघ्र होंगी पूरीभगवान विष्णु को जगत के पालनहार के रूप में जाना जाता है। भगवान विष्णु हिंदू धर्म में त्रिदेव के रूप में पूजे जाने वाले ब्रह्मा विष्णु और महेश में शामिल हैं। धार्मिक मान्यता है कि गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करने से साधक को जीवन में शुभ फल की प्राप्ति होती है और प्रभु उनकी सभी मनचाही मनोकामनाएं पूरी करते...
और पढो »
Navratri 8th Day, Maa Mahagauri Vrat Katha, Aarti: मां महागौरी की पूजा से मिलता है सुख- समृद्धि और लंबी आयु का वरदान, जानिए कन्या का पूजन का शुभ समय, मंत्र, भोग और आरतीMaa Mahagauri Ji Ki Aarti, Mantra, Vrat Katha Lyrics in Hindi: मां महागौरी की पूजा करने से व्यक्ति को सुख- समृद्धि की प्राप्ति होती है, जानिए मंत्र, भोग और आरती...
और पढो »
Maa Mahagauri Ki Aarti: नवरात्रि के आठवें दिन पढ़ लें मां महागौरी की ये आरती, सभी मनोकामना होगी पूरीMaa Mahagauri Ki Aarti: शास्त्रों के अनुसार, मां महागौरी की पूजा आरती के बिना अधूरी मानी जाती है. ऐसे में नवरात्रि के आठवें दिन पूजा के बाद आपको ये आरती जरूर पढ़नी चाहिए. यहां पढ़ें मां महागौरी की सम्पूर्ण आरती.
और पढो »
Chaitra Navratri 7th Day: चैत्र नवरात्रि के सातवें दिन करें ये 1 काम, देवी दुर्गा की जमकर बरसेगी कृपाMaa Kalratri Ki Aarti: शास्त्रों के अनुसार, मां कालरात्रि की पूजा आरती के बिना अधूरी मानी जाती है. ऐसे में नवरात्रि के सातवें दिन पूजा के बाद आपको ये आरती जरूर पढ़नी चाहिए. यहां पढ़ें मां कालरात्रि की सम्पूर्ण आरती.
और पढो »
Kalashtami 2024 Upay: बिजनेस में चाहते हैं सफलता, तो कालाष्टमी पर जरूर करें ये चमत्कारी उपायकालाष्टमी पर काल भैरव की पूजा- अर्चना करने का विधान है। काल भैरव को अष्टमी तिथि समर्पित है। हर माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को कालाष्टमी मनाई जाती है। माना जाता है कि इस दिन कुछ उपाय करने से इंसान को जीवन की परेशानी छुटकारा मिलता है। आइए जानते हैं कालाष्टमी पर किए जाने वाले उपायों के बारे...
और पढो »
Kalashtami 2024: कालाष्टमी पर जरूर करें ये काम, सभी मनोकामनाएं होंगी पूरी और काल भैरव होंगे प्रसन्नवैशाख महीने में मासिक कालाष्टमी 01 मई को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान काल भैरव की पूजा होती है जो महादेव का उग्र स्वरूप हैं। साथ ही शुभ फल की प्राप्ति के लिए व्रत भी किया जाता है। इस बार कालाष्टमी 01 मई को है। अगर आप भी काल भैरव को प्रसन्न करना चाहते हैं तो कालाष्टमी के दिन पूजा के दौरान काल भैरव अष्टक स्तोत्र का पाठ जरूर...
और पढो »