Lambodar Sankashti Chaturthi: लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी, जिसे सकट चौथ भी कहा जाता है. इस दिन भगवान गणेश के बारह नामों का स्मरण विशेष लाभकारी माना जाता है, सुमुख, एकदन्त, कपिल, गजकर्ण, लम्बोदर, विकट, विघ्ननाश, विनायक, धूम्रकेतु, गणाध्यक्ष, भालचन्द्र, गजानन.
लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी का व्रत करने से जीवन में आने वाली बाधाएं दूर होती हैं और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. भगवान गणेश की पूजा-अर्चना से विशेष फल की प्राप्ति होती है. धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत को करने से सभी प्रकार के विघ्नों से मुक्ति मिलती है और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त होती है. ये व्रत विशेष रूप से महाराष्ट्र और तमिलनाडु में प्रचलित है.
लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी की कथा लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी व्रत की कथा सतयुग के राजा हरिश्चंद्र से संबंधित है, जो अपने सत्यनिष्ठ और धर्मपरायण स्वभाव के लिए प्रसिद्ध थे. उनके राज्य में अधर्म का कोई स्थान नहीं था. एक दिन, राजा हरिश्चंद्र ने स्वप्न में देखा कि उनके पूर्वज दुखी हैं और उनसे पिंडदान की अपेक्षा कर रहे हैं. नींद से जागने पर उन्होंने अपने गुरु वशिष्ठ से इस स्वप्न का अर्थ पूछा.
Lambodar Sankashti Chaturthi January 2025 Festivals
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