हिंदू धर्म में मोक्षदा एकादशी Mokshada Ekadashi 2024 का अपना खास महत्व है। साल में 24 और महीने में 2 बार आने वाली एकादशी पर भक्त भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए व्रत रखते हैं और इस दिन श्रीहरि को उनके पसंदीदा पकवानों का भोग भी अर्पित करते हैं। ऐसे में आप यहां बताई रेसिपी से भगवान को साबूदाना खीर का भोग लगा सकते...
लाइफस्टाइल डेस्क, नई दिल्ली। Mokshada Ekadashi 2024 : हर महीने आने वाली दो एकादशियां, शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष, भक्तों के लिए विशेष महत्व रखती हैं। इनमें से एक, मार्गशीर्ष महीने की शुक्ल पक्ष की एकादशी को मोक्षदा एकादशी के नाम से जानी जाती है। इस साल 11 दिसंबर 2024 को पड़ने वाले इस एकादशी व्रत पर भक्त भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी के भोग में साबूदाना खीर तैयार कर सकते हैं। जी हां, विष्णु भगवान को प्रसन्न करने के लिए इस दिन खास भोग लगाने का विधान होता है। तो आइए आपको बताते हैं साबूदाना खीर तैयार...
मीडियम आंच पर उबाल लें। दूध को लगातार चलाते रहें ताकि नीचे न लगे। फिर दूध में चीनी और इलायची पाउडर डालकर अच्छी तरह मिलाएं। इसके बाद भिगोया हुआ साबूदाना निकालकर एक्स्ट्रा पानी निचोड़ लें। इसे दूध में डालकर मिलाएं। मीडियम आंच पर साबूदाना को तब तक पकाएं जब तक कि यह पूरी तरह से पक न जाए और दूध गाढ़ा न हो जाए। अब थोड़ा-सा गर्म दूध में केसर के धागे डालकर 10 मिनट के लिए रख दें और फिर इसे खीर में डालें। आखिर में, कटे हुए मेवे डालकर खीर को अच्छी तरह मिलाएं। फिर गैस बंद कर दें और जब खीर थोड़ी ठंडी हो जाए...
Mokshada Ekadashi 2024 Date And Time Mokshada Ekadashi 2024 Puja Vidhi Mokshada Ekadashi 2024 Vrat Katha Easy Sabudana Kheer Recipe Healthy Sabudana Kheer Recipe Best Sabudana Kheer Recipe Lord Vishnus Favorite Food What To Eat On Ekadashi Ekadashi Food Restrictions Ekadashi 2024 Lord Vishnu Sabudana Kheer Recipe Vrat Recipes Fasting Recipes Indian Vegetarian Recipes Jagran News
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
उत्पन्ना एकादशी पर भगवान विष्णु को लगाएं इन चीजों का भोग, घर में आएगी सुख समृद्धिउत्पन्ना एकादशी पर भगवान विष्णु को लगाएं इन चीजों का भोग, घर में आएगी सुख समृद्धि
और पढो »
Mokshada Ekadashi: दिसंबर महीने में कब है मोक्षदा एकादशी, जानें- कैसे लगाएं विष्णु जी को भोगMokshada Ekadashi: दिसंबर महीने की मोक्षदा एकादशी 11 दिसंबर को मनाई जाएगी. वहीं पारण 12 दिसंबर को होगा. एकादशी व्रत का संबंध तीन दिनों का होता है. दसवीं के दिन नहाय खाय होता है. उस दिन भक्त दोपहर का भोजन करने के बाद रात में भोजन नहीं करते हैं.
और पढो »
Mokshada Ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी पर करें भगवान कृष्ण की पूजा, पितरों को मिलेगा मोक्षमोक्षदा एकादशी का व्रत बेहद लाभकारी माना जाता है। एकादशी हर महीने कृष्ण और शुक्ल पक्ष में मनाई जाती है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा होती है। कहते हैं कि इस दिन श्री कृष्ण की आराधना करने से पितरों को मोक्ष मिलता है। हिंदू पंचांग के अनुसार इस साल यह एकादशी Mokshada Ekadashi 2024 11 दिसंबर 2024 को मनाई...
और पढो »
Mokshada Ekadashi 2024: मोक्षदा एकादशी पर करें तुलसी चालीसा का पाठ, मिलेगा श्री हरि का आशीर्वादमोक्षदा एकादशी का व्रत बहुत विशेष माना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा होती है। इस दिन का उपवास रखने से घर में देवी लक्ष्मी का आगमन होता है। वहीं इस दिन तुलसी पूजा को भी बहुत ही शुभ माना गया है तो चलिए इस दिन Mokshada Ekadashi 2024 विष्णु जी के साथ मां तुलसी को प्रसन्न करने के लिए क्या करना चाहिए उसके बारे में जानते...
और पढो »
Mokshada Ekadashi 2024 Mantra: मोक्षदा एकादशी पर करें इन मंत्रों का जप, पूरी होगी मनचाही मुरादअगहन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर Mokshada Ekadashi 2024 Date गीता जयंती मनाई जाती है। इस शुभ तिथि पर भगवान श्रीकृष्ण ने अपने परम शिष्य अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। मोक्षदा एकादशी पर भद्रावास योग का संयोग बन रहा है। इस योग में भगवान विष्णु की पूजा करने से साधक को मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी। साथ ही सभी प्रकार के बिगड़े काम बन...
और पढो »
Utpanna Ekadashi 2024: उत्पन्ना एकादशी पर भगवान विष्णु को लगाएं मलाई पेड़े का भोग, नोट करें सिंपल रेसिपीहर साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली उत्पन्ना एकादशी Utpanna Ekadashi 2024 भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा पाने का खास मौका है। इस शुभ दिन सभी भक्त व्रत रखकर भगवान को प्रिय भोग अर्पित करते हैं। ऐसे में अगर आप भी घर बैठे ही श्रीहरि को स्वादिष्ट भोग लगाना चाहते हैं तो यहां हम आपके लिए मलाई पेड़े की आसान रेसिपी लेकर आए...
और पढो »