नए साल में जल्द ही महाकुंभ की शुरुआत होने वाली है। इस बार महाकुंभ प्रयागराज में लग रहा है। इस मेले का आयोजन 12 साल पर ही किया जाता है। महाकुंभ में अधिक संख्या में साधु संत और श्रद्धालु शामिल होते हैं। वहीं नागा साधु भी देखने को मिलते हैं। नागा साधु Maha kumbh 2025 बनने के लिए कठिन परीक्षा का सामना करना पड़ता...
धर्म डेस्क, नई दिल्ली। Naga Sadhu Kaise Bante hai: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत होने जा रही है। वहीं, इसका समापन 26 फरवरी को होगा। इस आयोजन सभी अखाड़ों के साधु संत शामिल होते हैं। वहीं, नागा साधु भी अधिक संख्या में महाकुंभ में स्नान करते हैं। क्या आपको पता है कि नागा साधु कैसे बनते हैं? अगर नहीं पता, तो आइए जानते हैं इससे जुड़े नियम के बारे में। इस तरह बनते हैं नागा साधु व्यक्ति नागा साधु बनने के लिए अखाड़े के सामने इच्छा जाहिर करता है। इसके बाद अखाड़ा समिति उसके...
अगर साधु को किसी दिन भिक्षा में भोजन नहीं मिलता है, तो उसे बिना खाने के ही रहना पड़ता है। नागा साधु बनने के बाद जीवन में कभी भी वस्त्र धारण नहीं करते हैं। क्योंकि वस्त्र को सांसारिक जीवन और आडंबर का प्रतीक माना जाता है। इसी वजह से वह अपने शरीर को ढकने के लिए भस्म का इस्तेमाल करते हैं। इसके अलावा नागा साधु कभी भी किसी के सामने सिर नहीं झुकाते हैं और न ही किसी की निंदा करते हैं। नागा साधु बड़े सन्यासियों के सामने सिर झुकाते हैं। ऊपर बताए गए सभी नियम का पालन करने के बाद इंसान नागा साधु कहलाता है।...
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