Maha Kumbh Mela: सबसे पहले कब आयोजित हुआ था महाकुंभ मेला?

Maha Kumbh 2025 समाचार

Maha Kumbh Mela: सबसे पहले कब आयोजित हुआ था महाकुंभ मेला?
Maha Kumbh 2025 In PrayagrajMaha Kumbh 2025 Kab HaiMahakumbh
  • 📰 News Nation
  • ⏱ Reading Time:
  • 62 sec. here
  • 8 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 45%
  • Publisher: 51%

Maha Kumbh Mela: हर 12 साल में एक बार महाकुंभ मेले का आयोजन किया जाता है. ग्रहों की स्थिति के अनुसार ये मेला कहां लगेगा ये तय होता है. | धर्म-कर्म

Maha Kumbh Mela: क्या आप जानते हैं कि सबसे पहले महाकुंभ का मेला कहां लगा था. ये कितना प्राचीन है और इसका इतिहास कितना पुराना है.हर 12 साल में एक बार महाकुंभ मेले का आयोजन किया जाता है. ग्रहों की स्थिति के अनुसार ये मेला कहां लगेगा ये तय होता है. इस साल प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से महाकुंभ मेला शुरू होने जा रहा है. 45 दिनों तक चलने वाले इस मेले में इस बार 40 करोड़ लोगों के आने की उम्मीद है.

इसका सबसे पुराना उल्लेख हमें प्रयाग महात्म्य में मिलता है जो पहली सहस्राब्दी ईसा पूर्व में लिखा गया था. मत्स्य पुराण के अध्याय 103-112 में भी प्रयाग की तीन पवित्र नदियों और तीर्थयात्रा की परंपरा का वर्णन विशेष रूप से मिलता है. हालांकि, महाकुंभ मेले का सटीक आरंभ काल अभी भी अनिश्चित है, लेकिन यह माना जाता है कि यह प्राचीन काल से मनाया जाता रहा है. अब इसके प्रमाण कैसे और कब मिले ये भी जान लें.

7वीं शताब्दी के चीनी बौद्ध यात्री ह्वेन त्सांग ने महाकुंभ का सबसे पहला ऐतिहासिक उल्लेख किया है. अपने यात्रा वर्णन में उन्होंने 644 ईस्वी में राजा हर्ष के शासनकाल में प्रयाग के बारे में बताया. उन्होंने इस तीर्थ स्थल को पवित्र हिंदू नगर के रूप में वर्णित किया, जिसमें सैकड़ों मंदिर और बौद्ध संस्थान थे. उन्होंने संगम पर हिंदू स्नान अनुष्ठानों का भी उल्लेख किया है, जिसमें लोगों की आत्मा की शुद्धि के लिए कुंभ मेले में आना बताया गया है.

महाकुंभ मेले के आयोजन का संकेत ऋग्वेद परिशिष्ट में भी मिलता है, और बौद्ध धर्म के पाली ग्रंथों, जैसे मज्झिम निकाय, में इसका उल्लेख पाया जाता है. महाभारत में भी प्रयाग के संगम में स्नान का विशेष महत्व बताया गया है. तीर्थयात्रा पर्व में कहा गया है,अनुशासन पर्व में इसे कुंभ तीर्थ का महत्व बताकर सत्य, दान, आत्म-नियंत्रण, धैर्य जैसे जीवन मूल्यों का पालन करने का साधन माना गया है.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

News Nation /  🏆 15. in İN

Maha Kumbh 2025 In Prayagraj Maha Kumbh 2025 Kab Hai Mahakumbh Mahakumbh 2025 Religion News In Hindi

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

Kumbh Mela: सबसे पहले कब आयोजित हुआ था कुंभ मेलाKumbh Mela: सबसे पहले कब आयोजित हुआ था कुंभ मेलाप्रयाग और स्नान तीर्थ का सबसे पहला उल्लेख ऋग्वेद परिशिष्ट में मिलता है.  इसका उल्लेख बौद्ध धर्म के पाली सिद्धांतों में भी है, जैसे कि मज्झिम निकाय के खंड 1.7 में.  
और पढो »

महाकुंभ में एससी-एसटी के 71 संत बनेंगे महामंडलेश्वर: प्रयागराज के महाकुंभ में मिलेगी उपाधि, धर्मांतरण रोकें...महाकुंभ में एससी-एसटी के 71 संत बनेंगे महामंडलेश्वर: प्रयागराज के महाकुंभ में मिलेगी उपाधि, धर्मांतरण रोकें...Prayagraj Maha Kumbh Mela 2025; How To Become mahamandaleshwar, Roles Responsibilities. कैसे बनाए जाते हैं महामंडलेश्वर और अखाड़ों में इनका क्या ओहदा रहता है
और पढो »

Kumbh Mela: प्रयागराज महाकुंभ में मिलेगा मुफ्त राशन, बनाए जाएंगे नए राशन कार्डKumbh Mela: प्रयागराज महाकुंभ में मिलेगा मुफ्त राशन, बनाए जाएंगे नए राशन कार्डMahakumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में अगले साल होने वाले महाकुंभ मेले की शुरुआत पौष माह की पूर्णिमा पर होने वाले स्नान के साथ होगी. तकरीबन डेढ़ महीने तक चलने वाले इस धार्मिक महापर्व में योगी सरकार लोगों को मुफ्त राशन देगी. पढ़िए पूरी खबर ...
और पढो »

Prayagraj Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 की तैयारियों में तेजी, ऑनलाइन भूमि आवंटन प्रक्रिया शुरूPrayagraj Maha Kumbh 2025: महाकुंभ 2025 की तैयारियों में तेजी, ऑनलाइन भूमि आवंटन प्रक्रिया शुरूPrayagraj Maha Kumbh 2025: महाकुंभ के लिए प्रयागराज में जोरों से तैयारियां चल रही हैं. मेला प्राधिकरण ने इस बार विशेष रूप से 12 नवंबर से मेला क्षेत्र में भूमि और सुविधाओं के आवंटन की प्रक्रिया को शुरू करने का निर्णय लिया है.
और पढो »

Maha Kumbh History: महाकुंभ क्यों मनाया जाता है, जाने इसका इतिहास और धार्मिक महत्वMaha Kumbh History: महाकुंभ क्यों मनाया जाता है, जाने इसका इतिहास और धार्मिक महत्वMaha Kumbh History: महाकुंभ का आयोजन हर 12 सालों में चार पवित्र तीर्थ स्थानों प्रयागराज, हरिद्वार, उज्जैन और नासिक में क्रमवार रूप से होता है. हर साल महा कुंभ मेले में लाखों श्रद्धालु और संत-महात्मा गंगा, यमुना और सरस्वती जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने के लिए एकत्रित होते हैं.
और पढो »

Maha Kumbh 2025: एनएसजी कमांडो और स्नाइपर की निगरानी में महाकुंभ 2025, अभेद्य होगी सुरक्षा व्यवस्थाMaha Kumbh 2025: एनएसजी कमांडो और स्नाइपर की निगरानी में महाकुंभ 2025, अभेद्य होगी सुरक्षा व्यवस्थाजैसे-जैसे महाकुंभ नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे तैयारियां और तेजी गति से चलाई जा रही हैं। महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर इस बार एनएसजी कमांडो भी तैनात रहेंगे। महाकुंभ में देश-विदेश से करीब 40 करोड़ लोगों के पहुंचने की संभावना है।
और पढो »



Render Time: 2025-02-19 03:48:36