Maha Kumbh Mela 2025: महाकुंभ भारतीय सनातन परंपरा का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे विश्व का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन माना जाता है। महाकुंभ में नागा सन्यासियों की उपस्थिति इस पर्व को और भी रहस्यमय और अद्वितीय बनाती है। अगर आप प्रयागराज महाकुंभ 2025 में आएं, तो नागा सन्यासियों का आशीर्वाद लेना न...
नागा संन्यासी न केवल अपनी विशेष वेशभूषा और रहन-सहन के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि उनकी आध्यात्मिक तपस्या और धर्म की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका भी है। नागा संन्यासी वे तपस्वी साधु हैं, जो सनातन धर्म के विभिन्न अखाड़ों यानि संगठनों से संबंधित होते हैं और वस्त्र, मोह-माया आदि का त्याग कर तपस्वी जीवन व्यतीत करते हैं।परम्पराओं के अनुसार नागा सन्यासियों को सर्दी हो या गर्मी, हर समय निर्वस्त्र ही रहना पड़ता है। तन पर धूनी लपेटे, अपने मन को दीक्षा लेने के पश्चात् ये अनुशासित कर लेते हैं तथा तप, ध्यान और...
निर्वस्त्र रहते हैं, परन्तु जिन्हें अखाड़ों की व्यवस्था सम्भालनी होती है, उन्हें यदा-कदा निमित्त मात्र के लिए वस्त्र धारण किए देखा गया है।नागा सन्यासी नग्न रहते हुए भी महाकुंभ में अपने शरीर के उपर भस्म, फूल, तिलक, रुद्राक्ष, चिमट, रोली, चन्दन, डमरू, काजल, जटा, लोहे का छल्ला, अर्द्धचन्द्र तथा त्रिशूल, तलवार, गदा जैसे शस्त्र आदि धारण कर सबका ध्यान अपनी ओर आकर्षित करते हैं। इनका आशीर्वाद लेने के लिए भक्तों की लम्बी-लम्बी कतार लगती है। परम्परा अनुसार पांच-छः वर्ष की आयु के बच्चों से लेकर लगभग 40...
Naga Sadhu Facts Why Naga Sadhu Do Not Wear Cloth Naga Sadhu Life Facts Naga Sadhu Kese Bante Hain Life Of Naga Sadhu Naga Saghu Kumbh Mela Naga Sadhu Family Life Prayagraj Mahakumbh 2025
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
Prayagraj Mahakumbh 2025: श्रद्धालुओं को नहीं होगी तकलीफ, संगम नगरी में महाकुंभ की तैयारियां पूरीPrayagraj Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुम्भ-2025 में आने वाले देश-दुनिया के संतों और श्रद्धालुओं के लिए संगम नगरी प्रयागराज में अभूतपूर्व इंतजाम किए जा रहे हैं....
और पढो »
महाकुंभ थीम पर विश्व की सबसे बड़ी रंगोली: प्रयागराज में 55 हजार वर्ग फीट एरिया में बनी; 50 लोगों ने 72 घंटे ...प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान नेत्र कुंभ का आयोजन होने जा रहा है। इसके लिए 28 नवंबर को मेला क्षेत्र में भूमि पूजन किया जाएगा।
और पढो »
महाकुंभ की तैयारी शुरू, कानपुर से प्रयागराज तक चलेंगी 114 ट्रेनें; सवा लाख श्रद्धालु रोज कर सकेंगे यात्राMahakumbh 2025 कानपुर सेंट्रल से प्रयागराज महाकुंभ के लिए रेलवे ने तैयारी पूरी कर ली है। प्रतिदिन 1.
और पढो »
Mahakumbh 2025: आखिर किस वजह से नागा साधु क्यों नहीं करते वस्त्र धारण? स्वयं को मनाते हैं ईश्वर का देवदूतमहाकुंभ Mahakumbh 2025 का आयोजन 12 साल में एक बार आयोजित किया जाता है। इस मेले का हर श्रद्धालुओं और सन्यासियों को बेसब्री से इंतजार रहता है। समागम का आयोजन बड़े स्तर पर किया जाता है और देश-विदेश से श्रद्धालु शामिल होते हैं। महाकुंभ में नागा साधु आते हैं। क्या आप जानते हैं कि नागा साधु वस्त्र धारण क्यों नहीं करते हैं। ऐसे में चलिए जानते हैं इसकी...
और पढो »
दिल्ली-नोएडा से कैसे जाएं प्रयागराज महाकुंभ, यहां जानें बस, ट्रैन और फ्लाइट्स की पूरी डिटेलMahakumbh 2025: जनवरी में प्रयागराज में लग रहे महाकुंभ मेले में देश दुनिया से लाखों श्रद्धालु और Watch video on ZeeNews Hindi
और पढो »
Mahakumbh 2025: फ्री फायर जोन होगा प्रयागराज महाकुंभ, आग लगने से रोक के लिए ऐतिहासिक तैयारियांMahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 को पूरी तरह फायर मुक्त बनाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई हैं. गंगा-यमुना किनारे काम करने के लिए ऑल-टेरेन व्हीकल्स, आग रोकने के लिए वाटर कर्टन होश, और नदी क्षेत्रों में फायर फाइटिंग बोट्स भी तैनात की जाएंगी जिनमें 200 विशेष रूप से प्रशिक्षित जवान होंगे.
और पढो »