Rudrashtakam : श्री शिव रुद्राष्टकम पढ़ें अर्थ सहित, भोलेनाथ प्रसन्‍न होकर करेंगे कृपा

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Rudrashtakam : श्री शिव रुद्राष्टकम पढ़ें अर्थ सहित, भोलेनाथ प्रसन्‍न होकर करेंगे कृपा
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श्री शिव रुद्राष्टकम अर्थ सहित: भगवान शिव को देवों का देव महादेव कहा गया है. शिव जी को प्रसन्‍न करने के लिए श्री शिव रुद्राष्‍टकम का पाठ करना चाहिए.

भगवान शिव को देवों का देव महादेव कहा गया है. शिव जी को प्रसन्‍न करने के लिए श्री शिव रुद्राष्‍टकम का पाठ करना चाहिए.

मर्यादा पुरूषोत्तम भगवान श्रीराम ने भी रावण वध करने से पहले रामेशवरम में शिवलिंग की स्थापना कर रूद्राष्टकम का पाठ किया था. यहां पढ़ें श्री शिव रूद्राष्टकम स्तुति और उसका हिंदी अर्थ.

जो हिमाचल के समान गौरवर्ण तथा गंभीर हैं, जिनके शरीर में करोड़ों कामदेवों की ज्योति एवं शोभा है, जिनके सिर पर सुंदर नदी गंगाजी विराजमान हैं, जिनके ललाट पर द्वितीया का चंद्रमा और गले में सर्प सुशोभित है. प्रचंड, श्रेष्ठ तेजस्वी, परमेश्वर, अखण्ड, अजन्मा, करोडों सूर्य के समान प्रकाश वाले, तीनों प्रकार के शूलों को निर्मूल करने वाले, हाथ में त्रिशूल धारण किए, भाव के द्वारा प्राप्त होने वाले भवानी के पति श्री शंकरजी को मैं भजता हूं.

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