श्री राधा अष्टमी व्रत कथा हिंदी में : राधा अष्टमी 11 सितम्बर, बुधवार को है। राधा अष्टमी का पर्व हर साल भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन मनाया जाता है। राधा अष्टमी पर श्री राधा और श्रीकृष्ण की विधि-विधान के साथ पूजा करके राधा अष्टमी व्रत कथा का पाठ जरूर करना चाहिए। ब्रह्मवैवर्त पुराण के अनुसार राधा अष्टमी का पाठ करने से भाग्य लक्ष्मी...
ब्रह्मवैवर्त पुराण की कथा के अनुसार श्रीकृष्ण भक्ति के अवतार देवर्षि नारद ने एक बार भगवान सदाशिव के श्री चरणों में प्रणाम करके पूछा ‘‘हे महाभाग ! मैं आपका दास हूं। बताइए, श्री राधा देवी लक्ष्मी हैं या देवपत्नी। महालक्ष्मी हैं या सरस्वती हैं? क्या वे अंतरंग विद्या हैं या वैष्णवी प्रकृति हैं? कहिए, वे वेदकन्या हैं, देवकन्या हैं अथवा मुनिकन्या हैं?’’नारद जी की बात सुनकर सदाशिव बोले – ‘‘हे मुनिवर ! एक मुंह से मैं अधिक क्या कहूं? मैं तो श्री राधा के रूप, लावण्य और गुण आदि का वर्णन करने मे अपने को...
वृषभानु महान उदार थे। वे महान कुल में उत्पन्न हुए तथा सब शास्त्रों के ज्ञाता थे। अणिमा-महिमा आदि आठों प्रकार की सिद्धियों से युक्त, श्रीमान्, धनी और उदारचेत्ता थे। वे संयमी, कुलीन, सद्विचार से युक्त तथा श्री कृष्ण के आराधक थे। उनकी भार्या श्रीमती श्रीकीर्तिदा थीं। वे रूप-यौवन से संपन्न थीं और महान राजकुल में उत्पन्न हुई थीं। महालक्ष्मी के समान भव्य रूप वाली और परम सुंदरी थीं। वे सर्वविद्याओं और गुणों से युक्त, कृष्णस्वरूपा तथा महापतिव्रता थीं। उनके ही गर्भ में शुभदा भाद्रपद की शुक्लाष्टमी को...
Radha Ashtami Vrat Katha राधा अष्टमी व्रत कथा हिंदी में राधा अष्टमी की कहानी Radha Ashtami Vrat Ki Kahani Kab Hai राधा अष्टमी 2024 व्रत कब है
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
Radha Ashtami 2024: राधा अष्टमी पर करें इस कथा का पाठ, प्राप्त होगी किशोरी जी की कृपासनातन धर्म में सभी पर्व को महत्वपूर्ण माना जाता है। ठीक इसी प्रकार भाद्रपद माह में पड़ने वाली राधा अष्टमी का विशेष महत्व है। यह त्योहार श्री राधा रानी को समर्पित है। हर साल राधा अष्टमी भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर बेहद उत्साह के साथ मनाई जाती है। आइए इस लेख में पढ़ते हैं राधा अष्टमी Radha Ashtami Vrat Katha की व्रत...
और पढो »
Hartalika Teej Vrat Katha : हरतालिका तीज व्रत कथा, इसके पाठ के बिना अधूरा रहेगा आपका व्रतHartalika Teej Vrat Katha in Hindi : हरतालिका तीज का व्रत माता पार्वती ने भगवान शिव को पति रुप में पाने के लिए किया था। हरतालिका तीज व्रत की कथा खुद भगवान शिव ने माता पार्वती से कही है। हरतालिका तीज का व्रत रखने वाली महिलओं को इस कथा का पाठ जरुर करना चाहिए। विस्तार से पढ़ें हरतालिका तीज की संपूर्ण व्रत...
और पढो »
Radha Ashtami 2024 Date: राधा अष्टमी कब है, जानें महत्व और व्रत पूजा का शुभ मुहूर्तRadha Ashtami 2024 kab hai: राधा अष्टमी इस साल 11 सितम्बर, मंगलवार के दिन है। हिन्दू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि 10 सितम्बर की रात शुरू हो जाएगी लेकिन सूर्य उदयातिथि के अनुसार राधा अष्टमी व्रत 11 सितम्बर को रखा जाएगा। आइए, जानते हैं राधा अष्टमी का महत्व, मुहूर्त और पूजन का विशेष...
और पढो »
Radha Ashtami 2024: राधा अष्टमी व्रत कब और कैसे करें? जानें इस पर्व से जुड़ी महत्वपूर्ण बातेंभाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि पर राधा अष्टमी Radha Ashtami Vrat 2024 मनाई जाती है। इस खास अवसर पर बरसाना के राधा रानी मंदिर समेत देशभर के किशोरी जी को समर्पित मंदिरों को बहुत ही सुंदर तरीके से सजाया जाता है और राधा रानी की विधिपूर्वक पूजा-अर्चना कर विशेष चीजों का दान किया जाता है। आइए जानते हैं राधा अष्टमी से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के...
और पढो »
Ek nazar kripa ki Kardo Bhajan : एक नजर कृपा की कर दो, लाडली श्री राधे, राधा रानी भजनRadha ashtami 2024 Bhajan : जो व्यक्ति राधा अष्टमी का व्रत करता है और सच्चे मन से राधा रानी की उपासना करता है उसके जीवन के सभी दुख दूर हो जाते हैं। साथ ही उस व्यक्ति पर राधा रानी की विशेष कृपा होती है। राधा रानी को मनाना बहुत ही सरल है। बस साधक को चाहिए की वह सच्चे दिल से उनका नाम लें। राधा रानी के प्रसन्न होने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी...
और पढो »
Radha Ashtami 2024: राधा अष्टमी पर जरूर करें ये काम वरना नहीं मिलेगा पूजा का पूरा फलRadha Ashatmi Upay: हिंदू धर्म में राधा अष्टमी व्रत का विशेष महत्व बताया गया है. भगवान श्री कृष्ण की जन्माष्टमी के बाद राधा अष्टमी का व्रत रखा जाता है. मान्यता है कि इस दिन राधा रानी का अवतरण हुआ था. इस दिन पूजा-पाठ और कुछ ज्योतिष उपाय करने से राधा रानी की कृपा प्राप्त होती है.
और पढो »