Sankashti Chaturthi 2024: विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण व्रत है जो भगवान गणेश को समर्पित है. 'संकष्टी' शब्द का अर्थ होता है संकट. मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं और उनके जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
Vighnaraj Sankashti Chaturthi 2024 : बप्पा के भक्तों के लिए संकष्टी चतुर्थी की तिथि बेहद खास होती है. मान्यता है कि इस दिन अगर कोई भी जातक सही विधि-विधान के साथ भगवान गणेश की पूजा करता है उसकी हर मनोकामना पूर्ण होती है.विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण व्रत है जो भगवान गणेश को समर्पित है. 'संकष्टी' शब्द का अर्थ होता है संकट. मान्यता है कि इस दिन भगवान गणेश की पूजा करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
पंचांग के अनुसार विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी शनिवार, सितम्बर 21, 2024 को है. चतुर्थी तिथि के दौरान कोई चन्द्रोदय नहीं है. लेकिन, संकष्टी के दिन चन्द्रोदय - 08:29 पी एम का है. आपको ये भी बता दें कि चतुर्थी तिथि सितम्बर 20, 2024 को रात 09:15 पी एम बजे से प्रारंभ होगी और ये सितम्बर 21, 2024 को शाम 06:13 पी एम बजे तक रहेगी.अगर आप भी ये व्रत रखते हैं तो आप इसकी सही पूजा विधि भी जान लें. सुबह सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करने के बाद आप साफ वस्त्र पहनें और फिर मंदिर में पूजा करने के लिए चले जाएं.
अगर आपने व्रत रखा है तो आप इस दिन गलती से भी लहसुन और प्याज का सेवन न करें और किसी भी प्रकार की हिंसा से भी बचें.यह व्रत मन को शांत और स्थिर बनाता है और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करता है. विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी भगवान गणेश का आशीर्वाद पाने का सुनहरा मौका होता है. इस दिन गणेश जी की पूजा करने से सभी संकट दूर हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है.
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