Mahakumbh Mela 2025: भारत के पवित्र तीर्थों में होने वाले महाकुंभ पूरी दुनिया में मशहूर है. जल्द ही देश अगले महाकुंभ का साक्षी बनने वाला है. यह महाकुंभ कब और कहां होगा, आइए जानते हैं.
भारत के पवित्र तीर्थों में होने वाले महाकुंभ पूरी दुनिया में मशहूर है. जल्द ही देश अगले महाकुंभ का साक्षी बनने वाला है. यह महाकुंभ कब और कहां होगा, आइए जानते हैं. 24 साल की शनाया पर भारी पड़ीं 42 साल की महीप कपूर, बेटी से ज्यादा व्हाइट ड्रेस में कहर लगी मांरेलवे से जुड़ी इन 5 कंपनियों के स्टॉक में जमकर बरस रहा पैसा! आपने किसमें किया है निवेश?देश में अगला महाकुंभ प्रयागराज में होने वाला है. महाकुंभ मेले का आयोजन साल 2025 में 13 जनवरी से होगा.
गुरु के वृषभ में रहने के दौरान जब सूर्य और चन्द्रमा मकर राशि में प्रवेश करते हैं तब प्रयागराज का महाकुंभ शुरू होता है. साल 2025 में यह संयोग 13 जनवरी को बनेगा. तभी 13 जनवरी 2025 से प्रयागराज महाकुंभ प्रारंभ होगा जो कि 26 फरवरी 2025 तक यह मेला लगेगा.2025 के महाकुंभ का पहला शाही स्नान - 14 जनवरी को मकर संक्राति के दिन होगा.तीसरा शाही स्नान - 3 फरवरी बसंत पंचमी को होगा.
इसके अलावा 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा का स्नान, 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा का स्नान और 26 फरवरी को महाशिवरात्रि का स्नान होगा.कुंभ मेले का आयोजन प्रयागराज, उज्जैन, हरिद्वार और नासिक में होता है. कब किस जगह पर कुंभ मेले का आयोजन होगा इसका निर्धारण ग्रहों और राशियों की स्थिति देखकर किया जाता है. कुंभ मेले की तिथि का निर्धारण करने में सूर्य और गुरु का रोल सबसे अहम होता है.
- गुरु जब वृषभ राशि में हों और इस दौरान जब भी सूर्य मकर राशि में आएं तब कुंभ मेले का आयोजन प्रयागराज में होता है. - इसी तरह जब गुरु कुंभ राशि में हों और इस दौरान सूर्य मेष राशि में आएं तो कुंभ का मेला हरिद्वार में लगता है.- जब देवगुरु सिंह राशि में हों और सूर्य मेष राशि में होते हैं तो कुंभ का आयोजन उज्जैन में होता है.
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