जमानत याचिकाओं में जजों को कॉमन सेंस का प्रयोग करना चाहिए- CJI डीवाई चंद्रचूड़

Cji समाचार

जमानत याचिकाओं में जजों को कॉमन सेंस का प्रयोग करना चाहिए- CJI डीवाई चंद्रचूड़
Chief Justice Of IndiaDY ChandrachudCommon Sense
  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 24 sec. here
  • 11 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 44%
  • Publisher: 63%

भारत के चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, "जिन लोगों को निचली अदालतों से जमानत मिलनी चाहिए, उन्हें वहां नहीं मिल रही है, इसकी वजह से उन्हें हमेशा उच्च न्यायालयों का रुख करना पड़ता है."

भारत के चीफ जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ ने रविवार को कहा कि जब अपराध के अहम मुद्दों को संदेह के नजरिए से देखा जाता है, तो ट्रायल जज जमानत न देकर सेफ खेलना पसंद करते हैं. चीफ जस्टिस ने हर मामले की बारीकियों को देखने के लिए ‘मजबूत कॉमन सेंस’ की जरूरत पर जोर दिया. CJI चंद्रचूड़ ने कहा, "जिन लोगों को निचली अदालतों से जमानत मिलनी चाहिए, उन्हें वहां नहीं मिल रही है. इसकी वजह से उन्हें हमेशा उच्च न्यायालयों का रुख करना पड़ता है.

'सवाल के जवाब में जस्टिस चंद्रचूड़ ने कहा, "सुप्रीम कोर्ट लगातार यह बताने की कोशिश कर रहा है कि इसकी एक वजह यह भी है कि देश के संस्थानों में अंतर्निहित अविश्वास है. मुझे लगता है कि यह अहम है कि हम उन लोगों पर भरोसा करना सीखें जो हायरार्कियल लीगल सिस्टम में हैं, जैसे कि बहुत नीचे, जो कि ट्रायल कोर्ट हैं. हमें ट्रायल कोर्ट को प्रोत्साहित करना होगा कि वे आजादी चाहने वाले लोगों की चिंताओं को समायोजित करने की जरूरत के प्रति ज्यादा ध्यान दें.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

AajTak /  🏆 5. in İN

Chief Justice Of India DY Chandrachud Common Sense Berkeley Centre सीजेआई भारत के मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ सामान्य ज्ञान बर्कले सेंटर

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

‘जजों की तुलना भगवान से करना बहुत खतरनाक’, CJI चंद्रचूड़ बोले- …तो मैं हमेशा चुुप हो जाता हूं‘जजों की तुलना भगवान से करना बहुत खतरनाक’, CJI चंद्रचूड़ बोले- …तो मैं हमेशा चुुप हो जाता हूंभारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जजों की तुलना भगवान से करना खतरनाक है. उन्होंने यह बात एक कार्यक्रम में कही.
और पढो »

'सेफ खेलना छोड़िए, कॉमन सेंस का इस्तेमाल करें जज', जमानत याचिकाओं को लेकर ऐसा क्यों बोले CJI चंद्रचूड़'सेफ खेलना छोड़िए, कॉमन सेंस का इस्तेमाल करें जज', जमानत याचिकाओं को लेकर ऐसा क्यों बोले CJI चंद्रचूड़CJI Chandrachud on bail petitions सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने जजों को खास संदेश दिया है। सीजेआई ने कहा कि जब अपराध के महत्वपूर्ण मुद्दों को संदेह की दृष्टि से देखा जाता है तो ट्रायल जज जमानत न देकर सेफ खेलना पसंद करते हैं। उन्होंने प्रत्येक मामले की बारीकियों को देखने के लिए मजबूत कॉमन सेंस की आवश्यकता पर जोर...
और पढो »

सेफ खेल न चलाएं, अपनी अक्ल लगाएं... सीजेआई चंद्रचूड़ ने ट्रायल जजों को क्यों दी ऐसी नसीहतसेफ खेल न चलाएं, अपनी अक्ल लगाएं... सीजेआई चंद्रचूड़ ने ट्रायल जजों को क्यों दी ऐसी नसीहतCJI Chandrachud News: सीजेआई डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि जजों को मजबूत कॉमन सेंस का इस्तेमाल करना चाहिए. सीजेआई चंद्रचूड़ के मुताबिक, ट्रायल जज जमानत न देकर सुरक्षित खेलते हैं.
और पढो »

NEET-UG: नीट पेपर लीक में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी, CJI बोले- लाखों छात्र फैसले का कर रहे इंतजारNEET-UG: नीट पेपर लीक में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई जारी, CJI बोले- लाखों छात्र फैसले का कर रहे इंतजारमुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ 40 से अधिक याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है।
और पढो »

NEET-UG: नीट पेपर लीक में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई; CJI बोले- लाखों छात्र फैसले का कर रहे इंतजारNEET-UG: नीट पेपर लीक में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई; CJI बोले- लाखों छात्र फैसले का कर रहे इंतजारमुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति जेबी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ 40 से अधिक याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है।
और पढो »

सुप्रीम कोर्ट से मोदी सरकार को बड़ा झटका! कोर्ट ने कहा- खनिजों पर राज्यों को रॉयल्टी वसूलने का कानूनी अधिकारसुप्रीम कोर्ट से मोदी सरकार को बड़ा झटका! कोर्ट ने कहा- खनिजों पर राज्यों को रॉयल्टी वसूलने का कानूनी अधिकारसीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने सात अन्य जजों के साथ बहुमत से फैसला सुनाया, जबकि जस्टिस बीवी नागरत्ना ने असहमति जताते हुए इनके खिलाफ फैसला सुनाया।
और पढो »



Render Time: 2025-02-13 21:04:17