Navbharat Times
साल 1832, गुजरात के वडाल गांव के कट्टर वैष्णव परिवार में एक बालक जन्मा। नाम पड़ा करसन दास यानी कृष्ण का दास। लेकिन जवान होते-होते उसी बालक ने महाराज बनकर घूमने वाले अपने ही संप्रदाय के पाखंडी धर्मगुरुओं के खिलाफ बिगुल फूंक दिया। सुपरस्टार आमिर खान के बेटे जुनैद खान की डेब्यू फिल्म 'महाराज' 18वीं सदी के उसी नई सोच वाले नौजवान, समाज सुधारक, पत्रकार करसनदास मुलजी के हिम्मत की दास्तान है, जो लेखक सौरभ शाह की इसी शीर्षक वाली किताब पर आधारित है।'महाराज' की कहानीकरसन के मन में बचपन से...
है, उस तक पहुंचने के लिए हमें किसी बाबा, महाराज या जेजे की जरूरत नहीं है। कुछ यही बात आमिर खान ने फिल्म 'पीके' में समझाई थी। अब यही सीख उनके बेटे जुनैद खान की पहली फिल्म 'महाराज' की भी है। अंतर ये है कि राजू हिरानी ने जहां यह बात मनोरंजन की पोटली में लपेट कर दी थी, वहीं यहां निर्देशक सिद्धार्थ पी मल्होत्रा ने फिल्म का टोन गंभीर रखा है। इसके अलावा, कोर्ट केस को वह रोचक नहीं बना पाए हैं। वहां कॉन्फ्लिक्ट की कमी खलती है।बात करें जुनैद की, तो अपने डेब्यू के लिए ऐसी मुद्दा परक फिल्म...
Maharaj Review Maharaj Netflix Cast Maharaj Netflix Review Maharaj Libel Case Maharaj Cast महाराज नेटफ्लिक्स मूवी महाराज नेटफ्लिक्स रिलीज महाराज मूवी रिव्यू महाराज मूवी जुनैद खान
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
मूवी रिव्यू: भैया जीNavbharat Times
और पढो »
मूवी रिव्यू: छोटा भीम एंड द कर्स ऑफ दमयानNavbharat Times
और पढो »
मूवी रिव्यू: मिस्टर एंड मिसेज माहीNavbharat Times
और पढो »
मूवी रिव्यू: सावीNavbharat Times
और पढो »
मूवी रिव्यू: डेढ़ बीघा जमीनNavbharat Times
और पढो »
मूवी रिव्यू: मुंज्याNavbharat Times
और पढो »