अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) ने ग्रेवी जेब्रा को गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजातियों की लाल सूची में डाला है, पिछले तीन दशकों में सभी प्रकार के जेब्रा की आबादी में 54% की कमी आई है।
अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ ( IUCN ) ने ग्रेवी जेब्रा को गंभीर रूप से संकटग्रस्त प्रजाति यों की लाल सूची में डाला है। अफ्रीकी वन्यजीव फाउंडेशन के अनुसार पिछले तीन दशकों के दौरान सभी किस्मों की जेब्रा की आबादी में लगभग 54 फीसदी की कमी आई है। जेब्रा को जानवरों के साम्राज्य में सबसे अधिक आकर्षक और बुद्धिमान माना जाता है। अध्ययन की रिपोर्ट की बातें यह जानकारी कैरी इंस्टिट्यूट ऑफ इकोसिस्टम स्टडीज की एक रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट के अनुसार वर्तमान में प्रकृति में तीन अलग-अलग प्रकार के
जेब्रा रहते हैं। ग्रेवी, मैदानी और पहाड़ी जेब्रा। पहाड़ी जेब्रा दक्षिण-पश्चिमी अंगोला, नामीबिया और दक्षिण-पश्चिमी अफ्रीका में पाए जाते हैं। पहाड़ी जेब्रा को भी वर्तमान में गंभीर रूप से संकटग्रस्त के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। बता दें कि यह 20वीं शताब्दी में विलुप्त होने के करीब पहुंच गया था। मैदानी जेब्रा की तरह उनके लिए सबसे बड़ा खतरा आवास का नुकसान और शिकार है। ग्रेवी जेब्रा, जेब्रा की सबसे बड़ी प्रजाति है। वे इथियोपिया, सोमालिया और उत्तरी केन्या में उप-रेगिस्तानी मैदानों और शुष्क घास के मैदानों में रहते हैं। अपने बड़े, गोल कानों और मोटी गर्दन की वजह से वे धारियों वाले खच्चरों की तरह दिखते हैं। जलवायु परिवर्तन से अस्तित्व पर संकट... रिपोर्ट के अनुसार समय बीतने के साथ, आवास के नष्ट होने, जलवायु परिवर्तन और अवैध शिकार ने उनके अस्तित्व को खतरे में डाल दिया है। जेब्रा की आबादी का रुझान प्रजातियों के प्रकार के साथ बदलता रहता है। सभी प्रकार के जेब्राओं की अनुमानित आबादी 6 लाख 60 हजार से 10 लाख के बीच है और वर्तमान में इसे लुप्तप्राय के रूप में वर्गीकृत नहीं किया गया है। खूबसूरत धारियां बनीं सबसे बड़ा दुश्मन रिपोर्ट के अनुसार जेब्रा के शरीर की खूबसूरत धारियां ही उसके शिकार का एक बड़ा कारण हैं। ये पैटर्न लगभग सभी किस्म के जेब्राओं में अलग-अलग पाए जाते हैं। जैसे मनुष्य के फिंगर प्रिंट मेल नहीं खाता इस तरह इनकी धारियां भी मेल नहीं खातीं। ये धारियां मुख्य रूप से इन्हें जंगली मक्खियों को काटने से बचाने के लिए एक रक्षा तंत्र के रूप में काम करती हैं। वैसे तो आवास विनाश के साथ ही जेब्रा के खतरे में पड़ने के कई कारण और वजहें हो सकती हैं, लेकिन मनुष्यों द्वारा जेब्रा का किया जाने वाला अवैध शिकार उनके लिए सबसे बड़ा खतरा है। प्रभावशाली हैं आपसी संवाद शैलियां रिपोर्ट के अनुसार जेब्रा संवाद करने के लिए अलग-अलग तरह की आवाजें निकालते हैं। जैसे कि रेंकना, भोंकना और सूंघना। वे जुड़ने के लिए कई तरह के चेहरे के भाव भी इस्तेमाल करते हैं। उदाहरण के लिए वे अपने मूड को व्यक्त करने के लिए अपने कानों को किसी भी दिशा में मोड़ सकते हैं। जब वे गुस्से में होते हैं तो उन्हें पीछे की ओर खींच लेते हैं और जब शांत और दोस्ताना महसूस करते हैं तो उन्हें सीधा खड़ा कर देते हैं
IUCN ग्रेवी जेब्रा संकटग्रस्त प्रजाति वन्यजीव संरक्षण जलवायु परिवर्तन शिकार
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
यूनेस्को बुद्ध की जन्मभूमि लुंबिनी को संकटग्रस्त धरोहर की सूची में क्यों रखना चाहता हैनेपाल का लुंबिनी वह स्थान है जहां लगभग 2600 साल पहले बुद्ध का जन्म हुआ था. हर साल लाखों पर्यटकों की भीड़ देखने वाला ये शहर कई समस्याओं से जूझ रहा है. इसी को देखते हुए यूनेस्को भी अब इस पर बड़ा कदम उठाने की तैयारी में है.
और पढो »
श्रेयस अय्यर बने पंजाब किंग्स के कप्तान, बिग बॉस में हुआ एलानपंजाब किंग्स ने श्रेयस अय्यर को अपना नया कप्तान बनाया है। पंजाब किंग्स ने श्रेयस अय्यर को बिग बॉस 18 में अपने नए कप्तान के रूप में घोषित किया।
और पढो »
UGC NET परीक्षा 15 जनवरी को स्थगितपोंगल और मकर संक्रांति के चलते एनटीए ने 15 जनवरी को होने वाली यूजीसी-नेट परीक्षा को स्थगित कर दिया है। नई परीक्षा तिथि जल्द ही घोषित की जाएगी।
और पढो »
बुमराह और सदरलैंड जीते ICC प्लेयर ऑफ द मंथ अवार्ड, दिसंबर 2024ICC ने दिसंबर 2024 के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को घोषित कर दिया है। भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और ऑस्ट्रेलिया की बल्लेबाज एनाबेल सदरलैंड को यह सम्मान दिया गया है।
और पढो »
दिल्ली में विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलानदिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी को एक ही चरण में होंगे और 8 फरवरी को परिणाम घोषित किए जाएंगे। मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने इस बारे में जानकारी दी।
और पढो »
आगरा में ठंड का असर जारी, 9 जनवरी को कोल्ड डे अलर्टमौसम विभाग ने 9 जनवरी को कोल्ड डे घोषित किया है। अधिकतम और न्यूनतम तापमान में गिरावट के कारण ठंड बढ़ेगी। जिले के सभी विद्यालय 8 जनवरी को बंद रहेंगे।
और पढो »