जमीन का मालिकाना हक विवाद 'कंवेंस डीड' न करने का आधार नहीं, प्रॉपर्टी केस में बॉम्बे हाई कोर्ट का अहम फैसला

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जमीन का मालिकाना हक विवाद 'कंवेंस डीड' न करने का आधार नहीं, प्रॉपर्टी केस में बॉम्बे हाई कोर्ट का अहम फैसला
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बॉम्बे हाई कोर्ट के जस्टिस एसवी मारने ने प्रॉपर्टी के मामले में अहम आदेश दिया है। उन्होंने कहा है कि फ्लैट खरीदने वालों का जमीन के उत्तराधिकारियों के बीच चल रहे प्रॉपर्टी विवाद से कोई मतलब नहीं। मामला मुंबई में एक सोसायटी का है, जहां फ्लैट्स के निर्माण हुए...

मुंबई: बॉम्बे हाई कोर्ट ने बिल्डिंग की जमीन के डीम्ड कंवेंस के संबंध में महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। कोर्ट ने साफ किया है कि जमीन के मालिकाना हक के संबंध में उसके हिस्सेदारों के बीच विवाद से जुड़े मुकदमे का पेंडिंग होना कन्वेंशन न करने का आधार नहीं हो सकता है। यह विवाद 36 साल बाद हाउसिंग सोसायटी के रजिस्ट्रेशन को रद्द करने का भी आधार नहीं हो सकता। खास तौर से तब जब सिविल कोर्ट ने कन्वेंशन के संबंध में कोई बंधन न लगाया हो। कोर्ट ने यह फैसला सहकारिता मंत्री के सोसायटी का रजिस्ट्रेशन रद्द करने और...

वी मारने ने कहा कि फ्लैट खरीदने वालों का जमीन के उत्तराधिकारियों के बीच जारी विवाद से कोई संबंध नहीं है। 1977 से सिविल कोर्ट में जमीन मालिक के वारिसों के बीच मुकदमा चल रहा है। कोर्ट ने किसी भी वारिस के अधिकार को कानूनी मान्यता नहीं दी है। ऐसे में इस विवाद को ध्यान में रखकर मंत्री और रजिस्ट्रार द्वारा सोसायटी के खिलाफ आदेश जारी करना स्पष्ट रूप से गलत नजर आ रहा है। जमीन पर जब बिल्डिंग का निर्माण किया गया, तो उसके मालिकों को इसकी जानकारी थी। तब फ्लैट की बिक्री के संबंध में किए गए अनुबंध को लेकर...

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