अगर आप भी गेहूं और धान की परंपरागत खेती को छोड़कर ऐसी फसलों का चुनाव करना चाहते हैं, जो नगदी में भी हो और खेत के लिए भी लाभदायक हो. आज हम आपको ऐसी ही फसल के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे आप अपने खेतों में प्रति बीघा दो हजार की लागत में तैयार कर सकते हैं.
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के निवासी किसान छोटेलाल ने बताया केले का एक पौधा आमतौर पर 10 रुपए का आता है. इसे खाली पड़ी जमीन पर लगाने के बाद समय-समय पर इसमें सिंचाई की जाती है. इसमें विशेष लागत नहीं आती लेकिन जब यह पौधा बढ़ाना शुरू होता है तो कम समय में ही इसमें फल आने लगते हैं. उन्होंने आगे बताया एक-एक पेड़ में बीस से तीस किलो केला तैयार होता है. इसे मंडी में बेचकर लाभ कमा सकते हैं. इस समय उन्हें लगभग एक किलो केले की कीमत 30 रुपये मिल रही है.
एक पेड़ से मिलने वाली केले की फलियां ढाई सौ रुपए तक की बिक जाती हैं. इस हिसाब से किसान लाखों रुपए की कमाई करते हैं. जिस तरह से इस समय पर क्षेत्र में केले की फसल का बंपर उत्पादन हो रहा है. ऐसे समय पर यहां के किसान केले को डीसीएम में लोड करने के बाद कमालगंज, फर्रुखाबाद, मैनपुरी, कानपुर और आजादपुर, फरीदाबाद, साहिबाबाद और अन्य प्रदेशों में बिक्री कर रहे है.
केले का उत्पादन प्रगतिशील किसान लोकल18 न्यूज18हिंदी उत्तर प्रदेश न्यूज फर्रुखाबाद न्यूज Income Farming Banana Production Progressive Farmer Local18 News18hindiwhen And How To Cultivate Banana When
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
कम खर्च में करें इस फसल की खेती, होगी लाखों में कमाई, यूपी का किसान मालामालगर्मी और बरसात में बंद गोभी की ज्यादा डिमांड रहती है. बंद गोभी की सब्जी के अलावा लोग कच्चा खाना भी पसंद करते हैं. दरअसल, बंद गोभी ठंड के मौसम में होने वाली खेती है, पर गर्मी और बरसात के मौसम में मिलना थोड़ा मुश्किल हो जाता है. लेकिन अब इसकी कई उन्नत किस्म आ गई हैं, जिनकी खेती गर्मी या बरसात में आराम से की जा सकती है.
और पढो »
इस फसल की करें खेती, चिप्स कंपनियां खेत से उठा लेंगी माल, किसान भी होंगे मालामालबिहार के किसान अब चिप्स आलू की खेती कर मालामाल हो रहे है. चिप्स आलू की खेती कर उत्तर बिहार के कुछ एक जिलों में होती है. लेकिन अब इस पूरे बिहार में कराने की तैयारी चल रही है.
और पढो »
इस विधि से करते हैं राजमा की खेती तो होगी बंपर पैदावार, फटाफट नोट करें तरीकेराजमा को अंकुरण के लिए पर्याप्त नमी की आवश्यकता होती है. यदि वर्षा अपर्याप्त है, तो बुवाई से पहले सिंचाई करें. फसल को महत्वपूर्ण विकास चरणों जैसे कि फूल और फली के विकास पर सिंचाई करें. औसतन, राजमा को वर्षा पैटर्न के आधार पर अपने विकास चक्र के दौरान 4-5 सिंचाई की आवश्यकता होती है.
और पढो »
कम जमीन में किसान इस तरीके से करें खेती, बंपर होगी पैदावार, मोटा कमाएंगे मुनाफाकृषि वैज्ञानिक डॉ दीपक मेहंदी रत्ता ने बताया कि खेती की जब बात आती है, तो लोग सोचते हैं कि अपने खाने पीने के लिए अनाज का उत्पादन करना या दलहन का उत्पादन करना चाहते हैं. लेकिन जहां तक छोटे किसान की बात है, तो जिसके पास में 2 बीघा या आधा एकड़ जमीन ही हो.
और पढो »
इस तरीके से करें मछली पालन, कम लागत में होगी डबल कमाई, ऐसे बनाएं खादमछली पालन में अब मुनाफा ही मुनाफा है. अगर आप भी मछली पालन करते हैं, तो आपके लिए यह अच्छी खबर है. दरअसल, अगर किसी कारण वश आपके तालाब में मछली मर जाती है तो आप उसको फेंके नहीं बल्कि उसका भी फर्टिलाइजर के रूप में प्रयोग कर सकते हैं.
और पढो »
इस तरीके से करें मछली पालन, कम लागत में होगी डबल कमाई, ऐसे बनाएं खादमछली पालन में अब मुनाफा ही मुनाफा है. अगर आप भी मछली पालन करते हैं, तो आपके लिए यह अच्छी खबर है. दरअसल, अगर किसी कारण वश आपके तालाब में मछली मर जाती है तो आप उसको फेंके नहीं बल्कि उसका भी फर्टिलाइजर के रूप में प्रयोग कर सकते हैं.
और पढो »