कृषि एक्सपर्ट प्रो. अशोक कुमार सिंह ने बताया कि धनिया की खेती जैविक तरीके से करें. धनिया में जमाव थोड़ा लेट से होता है. इसलिए किसानों को घबराना नहीं चाहिए. एक हेक्टेयर में लगभग 18 से 20 किलो धनिया का बीज पर्याप्त होता है. जिसमें 75 से 80 क्विंटल तक हरी पत्तियां और 15 से 18 क्विंटल तक बीज की पैदावार प्राप्त किया जा सकता है.
बलिया. मसाले की खेती ना केवन किसानों को तगड़ी कमाई देता है, बल्कि कई प्रकार के रोगों से भी लोगों को बचाने में औषधि का काम करता है. आज जिस मसाले की खेती के बारे में बताने जा रहे हैं, उसका इस्तेमाल हर घर के किचन में होता है. इस मसाले की हरी पत्तियों को सलाद या सब्जी के रूप में तो वहीं इसके बीज का सुगंधित मसाले के रूप में प्रयोग प्रख्यात है. जी हां, उस मसाले का नाम धनिया है, जो अपनी सुगंध और हरियाली से लोगों को मोहित कर लेता है.
अशोक कुमार सिंह ने लोकल 18 को बताया कि इसकी खेती करने के लिए सबसे पहले खेत की तैयारी कर ले. कोशिश करें कि रासायनिक उर्वरकों की अपेक्षा जैविक खाद जैसे वर्मी कंपोस्ट की खाद इत्यादि का प्रयोग करें. एक बीघा खेत में कम से कम 10 क्विंटल गोबर या कंपोस्ट की खाद इस्तेमाल करें. एक दिन पहले धनिया के बीज को दरदरा बना ले. इसमें दो दाने निकलते हैं, इसको पानी में भिगो दे. एक हेक्टेयर में लगभग 18 से 20 किलो धनिया का बीज पर्याप्त होता है. सुबह छानकर और बढ़िया नमी में धनिया की बुवाई करें.
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