Papaya Farming Tips: पारंपरिक फसलों से बेहतर फल की खेती किसानों के लिए कमाई का अच्छा साधन बन रही है. इसमें विशेष रूप से पपीते की खेती किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है. उन्नत किस्म के पपीते की खेती करके किसान कम लागत में अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं. पपीता एक ऐसी फसल है, जिसकी मांग सालभर रहती है.
किसान मंजीत ने Local18 को बताया कि पपीता एक ऐसा फल है, जिसे कम लागत में आसानी से उगाया जा सकता है. इसकी खेती के लिए हल्का गर्म जलवायु यानी 10 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान आदर्श है. पपीते की खेती बलुई या दोमट मिट्टी में की जा सकती है, और यह सर्दी और गर्मी दोनों मौसम में उगाई जा सकती है. मंजीत ने पहले एक बीघे में पपीते की खेती शुरू की थी, लेकिन मुनाफा बेहतर होने पर अब वह दो बीघे में इसकी खेती कर रहे हैं. इससे उन्हें एक फसल से दो से ढाई लाख रुपये की कमाई होती है.
एक बीघे में लगभग 250 पौधे लगाए जा सकते हैं, और एक पेड़ से 60 से 70 किलो फल प्राप्त होता है. पपीता बड़ा और मीठा होता है, और बाजार में इसकी मांग भी शानदार रहती है. उन्होंने बताया कि पपीते की खेती करना सरल है. सबसे पहले, खेत में गड्ढे खोदने चाहिए. इसके बाद, गड्ढे में अच्छी तरह सड़ी हुई गोबर की खाद डालकर भरना चाहिए. फिर पपीते के पौधों का रोपण किया जाता है. पौधों के बीच की दूरी लगभग 4 से 5 फीट होनी चाहिए, जिससे पौधों की वृद्धि बेहतर होती है. पौधे लगाने के 8 से 9 महीने बाद फसल तैयार हो जाती है.
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