घी भारतीय खाने की एक महत्वपूर्ण सामग्री है, लेकिन बढ़ती मिलावट से स्वास्थ्य को खतरा बढ़ रहा है। इस लेख में जानें घी में मिलावट की पहचान कैसे करें और सुरक्षित घी कैसे खरीदें।
घी भारतीय खाने की जान है। सब्जी से लेकर हलवा तक, हर चीज में इसका इस्तेमाल होता है। आयुर्वेद तो कच्चा घी खाने की सलाह भी देता है। इसमें विटामिन, मिनरल्स, हेल्दी फैट, प्रोटीन की भरमार है। यहां तक कि जब लोगों को इन पोषक तत्वों के नाम भी नहीं पता थे, तब भी यह पता था कि इसे खाने से ताकत आती है। फ़ायदों की वजह से देसी घी की कीमत काफी ज्यादा है और इस कारण मिलावट भी की जाती है। घी में कई तरह की मिलावट की जाती है। कुछ लोग केमिकल से नकली घी बनाकर ऊंचे दामों पर बेचते हैं। इसमें पोषण नहीं होता और साथ ही
कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। कुछ दिन पहले राजस्थान के सांचौर में एक हजार लीटर नकली घी जब्त किया गया। फैक्ट्री में इसे बनाने का कच्चा माल, केमिकल और नामी ब्रांड के खाली डिब्बे मिले, जिनके अंदर इन्हें भरकर बेचा जाना था।नकली घी खाने से कैंसर का खतरा 10 गुना बढ़ सकता है। क्योंकि पहले से हमारे आसपास मौजूद उपकरण, तरंगे, मशीन, मोबाइल, मोटापा, फिजिकल एक्टिविटी की कम आदि से इस खतरनाक बीमारी के मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसके साथ खाने में केमिकल व अनहेल्दी चीजों की मिलावट भी इसके खतरों को कई गुना बढ़ा सकती है। आइए जानते हैं घर पर नकली घी कैसे पहचानें?घी में वनस्पति की मिलावट घी के अंदर वनस्पति या हाइड्रोजेनेटेड फैट की मिलावट हो सकती है। इसके लिए 1ml पिघला हुआ घी टेस्ट ट्यूब में लें। इसमें 1ml कॉन्संट्रेटेड HCL सॉल्यूशन डालें। फिर आधा चम्मच चीनी डालकर 2 मिनट तेज-तेज हिलाएं। मिक्सचर को अलग होने का समय दें। मिलावटी घी में एसिड की लाल या गुलाबी परत बन जाएगी। असली नकली घी की पहचान कैसे करें? क्यों आता है लाल रंग? फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक हाइड्रोक्लोरिक एसिड (HCL) शुगर मॉलेक्यूल को ग्लोकोज और फ्रुक्टोज में तोड़ता है। डिहाइड्रेशन होने पर दोनों फरफुरल्स बनाते हैं, जो कि वनस्पति या तिल के तेल में मौजूद फेनोल्स के साथ रिएक्ट रते हैं और ये रंग देते हैं। वनस्पति व हाइड्रोजेनेटेड वेजिटेबल ऑयल में ट्रांस फैट बहुत ज्यादा होते हैं, जो कैंसर व कार्डियोवैस्कुलर डिजीज का खतरा बढ़ाते हैं।कोल टार डाई की जांच 2ml पिघला हुआ घी लें। इसमें 5ml कॉन्संट्रेटेड HCL डालें। इसे अच्छी तरह हिलाएं और कुछ सेकंड रखा रहने दें। मिलावटी घी का रंग गाढ़ा लाल हो जाएगा। आलू, शकरकंद या स्टार्च की मिलावट एक कांच के बर्तन में आधा चम्मच घी लें। इसमें 2-3 बूंद आयोडीन टिंक्चर की डालें। अगर इसमें किसी भी तरह का स्टार्च होगा तो इसका रंग नीला हो जाएगा। सबसे बढ़िया घी कैसे खरीदें? घी को जान पहचान की दुकान से ही खरीदें। हमेशा ब्रांड के लोगो और पैकेजिंग पर ध्यान दें। खाना से पहले शुद्धता की जांच करें। गाय व भैंस का देसी घी ही खाएं। अनजान या राह चलते व्यक्तियों से घी ना खरीदें
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