जागरण संपादकीय: भेदभाव से ग्रस्त महिला जनप्रतिनिधि, नेतृत्व पदों में महिलाओं की स्वीकार्यता सहज नहीं

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जागरण संपादकीय: भेदभाव से ग्रस्त महिला जनप्रतिनिधि, नेतृत्व पदों में महिलाओं की स्वीकार्यता सहज नहीं
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प्रशासन की अवहेलना से कहीं अधिक यह मुद्दा सामाजिक स्तर पर सुषुप्त चेतना का है। सरपंच पति सर्वस्वीकार्य व्यवस्था का वह स्वरूप है जो किसी को भी विचलित नहीं करता। राजनीति में महिलाओं के प्रवेश की सबसे बड़ी चुनौती राजनीतिक समाजीकरण का अभाव है और इसके लिए प्रशासनिक एवं सामाजिक स्तर पर जब तक प्रयास नहीं होंगे तब तक नेतृत्व पदों में महिलाओं की...

डॉ.

ऋतु सारस्वत। हाल में सर्वोच्च न्यायालय ने मनीषा रविंद्र पानपाटिल बनाम महाराष्ट्र राज्य एवं अन्य के मामले की सुनवाई करते हुए महाराष्ट्र के जलगांव जिले के विचारखंड़ा पंचायत की महिला सरपंच को तकनीकी आधार पर अयोग्य ठहराए जाने पर महिला प्रतिनिधियों के प्रति प्रशासन के सभी स्तरों पर व्याप्त भेदभावपूर्ण रवैये पर अपनी अप्रसन्नता व्यक्त की। सुप्रीम कोर्ट ने महिला सरपंच को राहत देते हुए टिप्पणी की कि ‘यह प्रकरण तब और भी गंभीर हो जाता है, जब हम एक देश के रूप में सार्वजनिक कार्यालयों और निर्वाचित निकायों...

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