कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि धान की फसल की रोपाई हो चुकी है. किसान धान की फसल से ज्यादा पैदावार लेने के लिए अंधाधुंध रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं जो खतरनाक है.
शाहजहांपुर : किसान फसलों की उत्पादकता बढ़ाने के लिए रासायनिक उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं. उर्वरक, पौधों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति करते हैं. कई बार बिना मृदा परीक्षण के डाले गए उर्वरक नुकसानदायक भी हो सकते हैं. कृषि एक्सपर्ट का कहना है कि उर्वरक का इस्तेमाल करते समय विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि धान की फसल की रोपाई हो चुकी है.
एनसी त्रिपाठी ने बताया कि धान की फसल की रोपाई करते समय बेसल डोज में 50 किलो डीएपी या 50 किलो एनपीके का इस्तेमाल करना चाहिए. खेत की अंतिम जुताई के वक्त 10 किलोग्राम जिंक प्रति एकड़ के हिसाब से मिट्टी में मिला देनी चाहिए, जिससे पौधों की बढ़ावार अच्छी होगी. 18 दिन बाद करें ये काम डॉ. एनसी त्रिपाठी ने बताया कि रोपाई होने के 15 से 18 दिन के बाद 40 से 45 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति एकड़ के हिसाब से देनी चाहिए. इसके साथ ही 2 से 3 किलोग्राम मोनो 33% जिंक भी दे दें.
धान में नाइट्रोजन कितना देना चाहिए धान में एनपीके कितना देना चाहिए धान में जिंक कितना देना चाहिए लोकल 18 धान की फसल की देखभाल कैसे करें धान की फसल से अच्छा उत्पादन कैसे लें How Much Fertilizer To Give In Paddy How Much Nitrogen Should Be Given In Paddy How Much NPK Should Be Given In Paddy How Much Zinc Should Be Given In Paddy Local 18 How To Take Care Of Paddy Crop How To Get Good Production From Paddy Crop
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