BookReview | आखिर अपनी ही कृति के निर्माण के ठीक पंद्रह महीनों के बाद संविधान निर्माताओं को ऐसी कौन सी मजबूरी का सामना करना पड़ा था?
26 जनवरी 1950 के दिन संविधान सभा के सदस्यों ने नए संविधान पर अपने हस्ताक्षर किए और भारत एक गणराज्य बन गया.
संविधान और मौलिक अधिकारों के मुद्दे का राजनीतिक बहस के केंद्र में हमेशा बने रहने की वजह से यह अहम है कि उस राजनीतिक और संवैधानिक इतिहास के लगभग भुला-बिसरा दिए गए पन्नों पर फिर से नजर डाली जाए जिसमें वर्तमान भारत की नागरिक और व्यक्तिगत स्वतंत्रताओं की स्थिति और राजनीतिक जीवन में उनकी वर्तमान भूमिकाओं को समझने के सूत्र छुपे हुए हैं.
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
Toshiba ने भूकंप के बाद जापान के चिप प्लांट में प्रोडक्शन रोकासेमीकंडक्टर्स की कमी के कारण पिछले वर्ष से ऑटोमोबाइल कंपनियों को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। इससे इन कंपनियों को प्रोडक्शन में कटौती भी करनी पड़ी है
और पढो »
RRB-NTPC रिजल्ट विवाद : परीक्षार्थियों के विरोध-प्रदर्शन के बाद रेलवे ने दोनों परीक्षाएं स्थगित कींसोमवार को आरआरबी -एनटीपीसी (RRB NTPC) के रिजल्ट को लेकर छात्रों ने हंगामा किया था. छात्रों के इस विरोध प्रदर्शन के बाद अब रेल मंत्रालय ने रेलवे की दोनों परीक्षाओं पर रोक लगा दी है.
और पढो »
राहुल ने सीरीज गंवाने के बाद लिखी इमोशनल पोस्ट, साउथ अफ्रीकी गेंदबाज ने कहा- जय श्रीरामKL Rahul Unlucky Captain: केएल राहुल पहले भारतीय कप्तान हैं, जिनकी अगुआई में टीम इंडिया सीरीज के तीनों वनडे में हारी है। रोहित शर्मा की गैरमाजूदगी में केएल राहुल को वनडे सीरीज में टीम की कमान मिली थी।
और पढो »
डब्लूएचओ ने कहा- ओमिक्रॉन के बाद कोरोना ख़त्म हो जाएगा, ये मानना ख़तरनाक - BBC Hindiडॉक्टर टेड्रोस ने कहा कि इसके उलट अंतरराष्ट्रीय स्थितियाँ ऐसी हैं, जिनमें कोरोना के और वेरिएंट सामने आ सकते हैं.
और पढो »
इस गणतंत्र दिवस पर हमें अपने संविधान के संदेशों को गहराई से समझनेे की है आवश्यकताभारतीय संविधान की मूल प्रति में जिन सांकेतिक चित्रों का प्रयोग हुआ है वे भारतीय संस्कृति से ही लिए गए हैं परंतु दुर्भाग्यवश हमारे इस संविधान का मूल स्वरूप आमलोगों को सहज उपलब्ध नहीं है। संविधान का जो पाठ बाजारों में उपलब्ध है उसमें वे सांकेतिक चित्र नहीं दिए होते
और पढो »
विराट के बचपन के कोच राजकुमार ने कहा, अब कप्तान कोहली का दौर खत्म हो गयाशर्मा बोले हर एक कप्तान का एक दौर होता है और कोहली का दौर अब खत्म हो चुका है। विराट कोहली के द्वारा जो एक माहौल तैयार किया गया था वो बहुत ही विशाल था। उन्होंने बहुत ही ज्यादा कड़ी मेहनत की और भारतीय टीम को अपना योगदान दिया।
और पढो »