पूजा स्थल अधिनियम पर फैसले के लिए CJI ने विशेष बेंच का किया गठन, 12 दिसंबर को अगली सुनवाई

Places Of Worship Act समाचार

पूजा स्थल अधिनियम पर फैसले के लिए CJI ने विशेष बेंच का किया गठन, 12 दिसंबर को अगली सुनवाई
CjiHearing On Places Of Worship ActPlaces Of Worship Act Pettition
  • 📰 AajTak
  • ⏱ Reading Time:
  • 25 sec. here
  • 9 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 37%
  • Publisher: 63%

सुप्रीम कोर्ट की तीन न्यायाधीशों की बेंच 12 दिसंबर को पूजा स्थलों (विशेष प्रावधान) अधिनियम, 1991 की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई करेगी, जो 2020 से कोर्ट में लंबित हैं. भारत के मुख्य न्यायधीश संजीव खन्ना ने इस मामले की सुनवाई के लिए विशेष तीन न्यायाधीशों की पीठ का गठन किया है, जो 12 दिसंबर को दोपहर 3:30 बजे सुनवाई करेगी.

सुप्रीम कोर्ट की तीन न्यायाधीशों की बेंच 12 दिसंबर को पूजा स्थलों अधिनियम, 1991 की वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं की सुनवाई करेगी, जो 2020 से कोर्ट में लंबित हैं. भारत के मुख्य न्यायधीश संजीव खन्ना ने इस मामले की सुनवाई के लिए विशेष तीन न्यायाधीशों की पीठ का गठन किया है, जो 12 दिसंबर को दोपहर 3:30 बजे सुनवाई करेगी. मुख्य न्यायधीश संजीव खन्ना, न्यायमूर्ति संजय कुमार और न्यायमूर्ति केवी विष्णुवथन की पीठ इस मामले की सुनवाई करेगी.

ज्ञानवापी मस्जिद के प्रबंधन समिति अंजुमन इंतजामिया मसाजिद वाराणसी ने कहा है कि ज्ञानवापी मस्जिद के खिलाफ कई चालाकी से तैयार की गई याचिकाओं की झड़ी लगाई गई है और इसलिए समिति इस अधिनियम की चुनौती में एक महत्वपूर्ण पक्षकार है. Advertisementयह भी पढ़ें: अयोध्या के बाद अब काशी...क्या 1991 का प्लेसेस ऑफ वर्शिप एक्ट मथुरा विवाद में भी निष्प्रभावी हो सकता है?सुप्रीम कोर्ट ने पहली बार मार्च 2021 में केंद्र को नोटिस जारी किया था और अधिनियम को चुनौती देने वाली याचिका पर केंद्र से जवाब मांगा था.

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

AajTak /  🏆 5. in İN

Cji Hearing On Places Of Worship Act Places Of Worship Act Pettition Cji Bench Places Of Worship Act Places Of Worship Act 12 Dec प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट सुप्रीम कोर्ट

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

इलाहाबाद HC ने राहुल गांधी की नागरिकता पर गृह मंत्रालय से मांगी स्टेटस रिपोर्टइलाहाबाद HC ने राहुल गांधी की नागरिकता पर गृह मंत्रालय से मांगी स्टेटस रिपोर्टइलाहाबाद हाईकोर्ट के लखनऊ बेंच में इस पीआईएल पर सुनवाई हो रही है. मामले की अगली सुनवाई 19 दिसंबर को होगी.
और पढो »

ऑस्ट्रेलियाई टीम के सीनियर खिलाड़ियों को आराम देने के फैसले का पोंटिंग ने किया समर्थनऑस्ट्रेलियाई टीम के सीनियर खिलाड़ियों को आराम देने के फैसले का पोंटिंग ने किया समर्थनऑस्ट्रेलियाई टीम के सीनियर खिलाड़ियों को आराम देने के फैसले का पोंटिंग ने किया समर्थन
और पढो »

Aligarh Muslim Univesity: अजीज बाशा का किस्‍सा जिस पर SC ने सुनाया फैसला, AMU को मिलेगा अल्‍पसंख्‍यक दर्जा!Aligarh Muslim Univesity: अजीज बाशा का किस्‍सा जिस पर SC ने सुनाया फैसला, AMU को मिलेगा अल्‍पसंख्‍यक दर्जा!SC on AMU: 1967 में सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्‍यीय बेंच ने फैसला सुनाते हुए कहा था कि एएमयू का गठन 1920 के अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एक्‍ट के तहत किया गया था.
और पढो »

संभल हिंसा के बाद जमीयत उलमा-ए-हिंद ने खटखटाया SC का दरवाजा, दायर याचिका पर जल्द सुनवाई का अनुरोधसंभल हिंसा के बाद जमीयत उलमा-ए-हिंद ने खटखटाया SC का दरवाजा, दायर याचिका पर जल्द सुनवाई का अनुरोधसंभल हिंसा के बाद जमीयत उलमा ए हिंद ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। जमीयत ने सर्वोच्च न्यायालय से पूजा स्थलों की सुरक्षा को बने कानून के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पूर्व में दायर याचिका पर जल्द सुनवाई करने की मांग की है। जमीयत का कहना है कि पूजा स्थल अधिनियम 1991 के बावजूद निचली अदालतें मुस्लिम पूजा स्थलों के सर्वे करने के आदेश दे रही...
और पढो »

अडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग पर अड़ा विपक्ष, राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगितअडानी मुद्दे पर जेपीसी की मांग पर अड़ा विपक्ष, राज्यसभा की कार्यवाही पूरे दिन के लिए स्थगितकांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने अदाणी समूह के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) के गठन की मांग को लेकर बुधवार को राज्यसभा में हंगामा किया
और पढो »

शबनम खान ने धरना स्थल पर आगे की रणनीति के लिए आम सभा बुलाईशबनम खान ने धरना स्थल पर आगे की रणनीति के लिए आम सभा बुलाईशबनम खान ने धरना स्थल पर आगे की रणनीति के लिए आम सभा बुलाई। बार जिलाध्यक्ष और सचिव ने भी धरना स्थल पर ही आम सभा का आह्वान किया और वकीलों ने हड़ताल के पक्षधरों का समर्थन किया। जिला जज का पुतला दहन किया गया और बार एसोसिएशन पर ताला जड़ दिया गया। इसमें वकीलों से सुझाव लेकर हड़ताल को मजबूत करने के लिए रणनीति बनाई जाएगी और जब तक जिला जज को हटाने, पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई और वकीलों पर दर्ज मुकदमे वापस नहीं होंगे, हड़ताल नहीं खुलेगी।
और पढो »



Render Time: 2025-02-19 21:29:09