संभल हिंसा के बाद जमीयत उलमा ए हिंद ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। जमीयत ने सर्वोच्च न्यायालय से पूजा स्थलों की सुरक्षा को बने कानून के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पूर्व में दायर याचिका पर जल्द सुनवाई करने की मांग की है। जमीयत का कहना है कि पूजा स्थल अधिनियम 1991 के बावजूद निचली अदालतें मुस्लिम पूजा स्थलों के सर्वे करने के आदेश दे रही...
संवाद सहयोगी, देवबंद। संभल हिंसा के बाद जमीयत उलमा ए हिंद ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। जमीयत ने सर्वोच्च न्यायालय से पूजा स्थलों की सुरक्षा को बने कानून के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पूर्व में दायर याचिका पर जल्द सुनवाई करने की मांग की है। मंगलवार को जारी बयान में मौलाना अरशद मदनी ने कहा कि संभल अराजकता, अन्याय, क्रूरता और दरिंदगी की जीती जागती तस्वीर है। देश में वर्षों से फैली नफरत अब गोलियों तक पहुंच गई है। उन्होंने कहा कि पूजा स्थलों की सुरक्षा के लिए कानून के वास्तविक क्रियान्वयन...
शांति और व्यवस्था स्थापित रहे। हालांकि इसके बाद सांप्रदायिक शक्तियों का मनोबल बढ़ गया है और अब वह मस्जिदों की नींव में मंदिर तलाश रहे हैं। 3750 अज्ञात पर मुकदमा दर्ज बवाल थमने के बाद अब संभल के कई मोहल्ला ने केवल सूने पड़े हैं बल्कि यहां के घरों से लोग फरार हो चुके हैं। पुलिस ने जिन सात रिपोर्ट में 37 नामजद और लगभग 3750 अज्ञात लोगों को शामिल किया है, उनकी गिरफ्तारी के लिए पूरी रात अलग अलग स्थानों और संभावित ठिकानों पर दबिश दी गई। हालांकि लोगों का दावा है पुलिस के द्वारा बवाल के बाद ही कार्रवाई...
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