माघी पूर्णिमा पर 10 लाख कल्पवासी अपने गृहस्थी लेकर महाकुंभ से प्रयागराज छोडेंगे। मेला क्षेत्र ही नहीं, पूरे शहर को 12 फरवरी तक नो-व्हीकल जोन घोषित किया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों से कड़े लहजे में कहा है कि किसी भी स्थिति में जाम नहीं लगना चाहिए।
प्रयागराज. बुधवार को माघी पूर्णिमा का पवित्र स्नान है, मान्यताओं की मानी जाए तो माघी पूर्णिमा कल्पवासियों का अंतिम स्नान कहा जाता है. माघी पूर्णिमा का स्नान करके कल्पवासी अपने गंतव्य की ओर प्रस्थान करते हैं. ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि माघी पूर्णिमा के दिन जो कल्पवासी अपने-अपने निवास स्थान की ओर रवाना होंगे; वह अलग रास्ते से जाएंगे जो आने वाली भीड़ महाकुंभ में पहुंचेगी वह अलग रास्ते से आएगी. करीब 10 लाख कल्पवासी अपने-अपने निवास स्थान की ओर रवाना होंगे.
माघी पूर्णिमा के स्नान से पापों का नाश, मोक्ष की प्राप्ति दरअसल माघी पूर्णिमा का पर्व हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है. इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का विशेष महत्व है. मान्यता है कि इस दिन गंगा, यमुना और सरस्वती जैसी पवित्र नदियों में स्नान करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है. इस साल माघी पूर्णिमा का पर्व 12 फरवरी को मनाया जाएगा. इस दिन प्रयागराज संगम सहित अन्य तीर्थ स्थलों पर स्नान का विशेष महत्व है.
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