माघ महीने की पूर्णिमा तिथि 12 फरवरी को है. इस दिन महाकुंभ का चौथा शाही स्नान भी होने वाला है.
देवघर. हिन्दू धर्म में पूर्णिमा तिथि का बहुत खास महत्व है. पूर्णिमा के दिन स्नान और दान करने से सभी पापों का नाश होता है. इस दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा -अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस तिथि में व्रत रखकर विधि-विधान से पूजा -अर्चना की जाती है, जिससे घर में सुख-समृद्धि और शांति का वास होता है. माघ महीने की पूर्णिमा तिथि आने वाली है और इस दिन बेहद शुभ संयोग बनने जा रहा है.
आइए, देवघर के ज्योतिषाचार्य से जानते हैं कि माघ महीने की पूर्णिमा तिथि कब है और स्नान का शुभ मुहूर्त क्या है. देवघर के प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य पंडित नंद किशोर मुदगल ने लोकल 18 के संवाददाता से बातचीत करते हुए कहा कि माघ महीने की पूर्णिमा तिथि को लेकर थोड़ी असमंजस की स्थिति बनी हुई है. इस साल माघ महीने की पूर्णिमा तिथि 12 फरवरी को है. इस माघ पूर्णिमा के दिन 144 साल बाद शुभ संयोग बन रहा है, क्योंकि इस दिन महाकुंभ का चौथा शाही स्नान है. इस दिन स्नान और दान का बहुत खास महत्व है। इसके साथ ही इस दिन सत्य नारायण की कथा सुनने का भी विधान है. अगर कोई व्यक्ति पूरे माघ महीने गंगा स्नान नहीं कर सका हो, तो माघ महीने की पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान अवश्य करनी चाहिए. इससे जीवन में सुख-समृद्धि की वृद्धि होती है.ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि ऋषिकेश पंचांग के अनुसार पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 11 फरवरी को शाम 06 बजकर 55 मिनट पर हो रही है और समापन अगले दिन यानी 12 फरवरी शाम 07 बजकर 22 मिनट पर होगा. उदयातिथि के अनुसार 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा का व्रत रखा जाएगा. माघ पूर्णिमा के दिन अमृत स्नान का शुभ मुहूर्त इस साल माघ महीने की पूर्णिमा के दिन महाकुंभ का चौथा अमृत स्नान भी होने वाला है. अमृत स्नान का शुभ मुहूर्त 12 फरवरी अहले सुबह 05 बजकर 19 मिनट से शुरू होगा और 06 बजकर 10 मिनट तक रहेगा. इस समय गंगा स्नान कर भगवान विष्णु या भगवान भोलेनाथ की पूजा-अर्चना करने से जीवन सुख-समृद्धि से भर जाएगा.
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