मुगलों को हराने की मान्यता हुई थी पूरी, तो फिर हुआ इस अनोखे मंदिर का निर्माण, जानें इसका इतिहास

इटावा में टिक्सी महादेव मंदिर समाचार

मुगलों को हराने की मान्यता हुई थी पूरी, तो फिर हुआ इस अनोखे मंदिर का निर्माण, जानें इसका इतिहास
इटावा का मशहूर मंदिरइटावा में यमुना नदी के किनारे मंदिरमराठा सरदार सदाशिव भाऊ
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Tiksi Mahadev Temple: यूपी के इटावा में मशहूर टिक्सी महादेव मंदिर का मंदिर है. इस मंदिर को लेकर कहा जाता है कि मराठा सरकार सदाशिव भाऊ ने मुगलों को पराजित करने के बाद इस मंदिर का निर्माण कराया था. जानें मंदिर का इतिहास...

इटावा: महाभारत कालीन सभ्यता से जुड़े उत्तर प्रदेश के इटावा में ग्वालियर मार्ग पर स्थित टिक्सी महादेव मंदिर मराठा शैली में निर्मित है. इस मंदिर की स्थापना के बारे कहा जाता है कि मराठा सरदार सदाशिव भाऊ ने कन्नौज और फर्रुखाबाद के मुगल शासकों को पराजित कर मान्यता पूरी करने पर टिक्सी मंदिर का निर्माण करवाया था. पानीपत के तीसरे युद्ध से है संबंधित वहीं, इस मंदिर में स्थापित शिवलिंग के बारे में कहा जाता है कि इसको वशिष्ठ मुनि ने स्थापित किया है.

उस समय नवाबों का भी मजबूत सैन्य संगठन था, लेकिन कुछ श्रद्धालुओं ने मराठा सरदार को इस शिवलिंग पर रुद्रीय अभिषेक करके अपनी विजय सुनिश्चित करने की सलाह दी. मराठा सरदारों ने नवाबों को किया था परास्त इसके बाद मराठा सरदार ने पूजा-अर्चना करके मन्नत मांगकर नवाबों को परास्त कर दिया. तब मराठा सरदार ने मराठा शैली में शिवलिंग तक सीढि़यों सहित मेहराबदार छत का निर्माण कराया. इस मंदिर का 1780 में निर्माण पूर्ण होना इटावा के गजेटियर में दर्ज है.

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