यूक्रेन में शांति लाने के लिए स्विटजरलैंड में हुए स्विस सम्मेलन में 80 देश इस बात पर सहमत हुए हैं कि यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता ही किसी भी शांति समझौते का आधार होनी चाहिए।
यूक्रेन युद्ध की समाप्ति का रास्ता तलाशने के उद्देश्य से स्विट्जरलैंड में हुए शांति शिखर सम्मेलन में 90 से अधिक देशों ने एक सुर में कहा कि यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता शांति वार्ता के केंद्र में होनी चाहिए। 2 दिवसीय सम्मेलन के आखिरी दिन रविवार को साझा बयान जारी किया गया, जिस पर भारत व कुछ देशों ने हस्ताक्षर नहीं किए। स्विट्जरलैंड सरकार ने बताया कि सम्मेलन में हिस्सा लेने वाले देशों भारत, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, थाइलैंड, इंडोनेशिया, मेक्सिको व संयुक्त अरब अमीरात ने साझा बयान पर हस्ताक्षर नहीं...
सुरक्षा, खाद्य सुरक्षा व कैदियों की अदला-बदली का भी जिक्र है। इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलनी ने कहा कि ये रूस के साथ वार्ता के लिए न्यूनतम शर्तें हैं। उन्होंने इशारा किया कि कीव व मॉस्को के बीच असहमति के कई अन्य क्षेत्रों को दूर करना भी कठिन होगा। हितधारकों का रुख जानना प्राथमिकता : भारत सम्मेलन में भारतीय विदेश मंत्रालय के सचिव पवन कपूर ने कहा, भारत ने साझा बयान या किसी अन्य दस्तावेज से खुद को न जोड़ने का फैसला किया है। भारत ने साफ किया कि वह ऐसी किसी भी पहल से पहले हित धारकों का रुख...
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