वसंत पंचमी भारत में एक महत्वपूर्ण उत्सव है जो माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह दिन विद्या की देवी सरस्वती की पूजा का दिन है और इस समय सर्दी कम होने लगती है और प्रकृति में हरियाली आ जाती है। इस दिन स्कूलों में धूमधाम होती है और बच्चे पीले रंग के कपड़े पहनते हैं।
Vasant Panchami, Saraswati Puja Nibandh: रंगों और त्योहारों के देश भारत में बसंत पंचमी एक अहम उत्सव है। यह हर साल माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को आता है। अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से यह जनवरी या फरवरी के आखिर में होता है। साल 2025 में बसंत पंचमी 2 फरवरी को है, इस दिन हम विद्या की देवी सरस्वती मां का पूजन करते हैं। इस समय से सर्दी कम होने लगती है और प्रकृति में हरियाली छाई रहती है। पेड़ों पर नई पत्तियां आने के साथ चारों तरफ पीला रंग दिखाई देता है। फूलों की खुशबू हवा में फैल जाती है। ऐसा...
लाते हैं, वैसे ही हमें भी बुरी आदतें छोड़नी चाहिए। हमें नई चीजें सीखनी चाहिए। हमें जीवन में नई शुरुआत करनी चाहिए। हमें पढ़ाई पर ध्यान देना चाहिए। ज्ञान हमारे जीवन में उजाला लाता है।नए काम की शुरुआत का शुभ दिन बसंत पंचमी के दिन कई लोग नए काम भी शुरू करते हैं। कुछ लोग इस दिन बच्चों का अक्षरारंभ करवाते हैं। यह माना जाता है कि इस दिन की गई शुरुआत बहुत शुभ होती है। इस दिन पीले रंग का खास महत्व है। पीला रंग ज्ञान और खुशी का प्रतीक है। इसलिए लोग पीले कपड़े पहनते हैं और पीले रंग के पकवान बनाते...
बसंत पंचमी सरस्वती पूजा शिक्षा प्रकृति त्यौहार
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
वसंत पंचमी: मां सरस्वती को लगाएं इन चीजों का भोग, जानें दान के शुभ फलवसंत पंचमी का त्योहार ज्ञान, कला और विद्या के देवी मां सरस्वती को समर्पित है। इस दिन दान और पूजा करने से कई शुभ फल प्राप्त होते हैं।
और पढो »
वसंत पंचमी 2025: क्या करें और क्या न करेंवसंत पंचमी का त्योहार 2 फरवरी को मनाया जाएगा। इस दिन मां सरस्वती की पूजा की जाती है और ज्ञान की प्राप्ति के लिए प्रार्थना की जाती है।
और पढो »
वसंत पंचमी 2025: मां सरस्वती की चालीसा से पाएं ज्ञान और सफलतापंचांग के अनुसार, 02 फरवरी को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जाएगा। इस दिन ज्ञान, कला, विद्या की देवी मां शारदे की पूजा-अर्चना करने का विधान है। मान्यता के अनुसार, मां सरस्वती की उपासना करने से ज्ञान की प्राप्ति होती है।
और पढो »
वसंत पंचमी 2025: महाकुंभ में शाही स्नान का विशेष महत्ववसंत पंचमी 2025 को मनाया जाएगा और महाकुंभ 2025 का चौथा अमृत स्नान इसी दिन प्रयागराज में होगा. वसंत पंचमी को विद्या और संगीत की देवी मां सरस्वती का प्रकट्य दिवस माना जाता है और इस दिन लोग त्रिवेणी संगम में स्नान कर मां सरस्वती की पूजा करते हैं.
और पढो »
बसंत पंचमी 2025: जानें त्योहार का महत्व, पूजा विधि और तिथिबसंत पंचमी 2025, माघ माह की शुरुआत 14 जनवरी, 2025 से हो चुकी है और यह 12 फरवरी, 2025 तक चलेगा. हिंदू पंचांग के अनुसार, माघ माह अपनी धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए विशेष महत्व रखता है. यह माह खासतौर पर देवी सरस्वती की पूजा के लिए जाना जाता है क्योंकि इस महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है. इस दिन से बसंत ऋतु का आगमन होता है जो प्राकृतिक सौंदर्य और नई ऊर्जा का संदेश लेकर आता है.
और पढो »
कुंभ मेला: भारतीय संस्कृति का उत्सवस्वामी चिदानंद सरस्वती द्वारा कुंभ मेला के महत्व पर प्रकाश डाला गया है। यह सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं है बल्कि सामाजिक एकता, आध्यात्मिक उन्नति और भारतीय संस्कृति का उत्सव है।
और पढो »