हृदय रोग: जीवनशैली में बदलावों से बचाव

स्वास्थ्य समाचार

हृदय रोग: जीवनशैली में बदलावों से बचाव
CARDIAC DISEASESHEART HEALTHLIFESTYLE CHANGES
  • 📰 Amar Ujala
  • ⏱ Reading Time:
  • 116 sec. here
  • 8 min. at publisher
  • 📊 Quality Score:
  • News: 67%
  • Publisher: 51%

हृदय रोग वैश्विक स्तर पर सबसे बड़ी समस्या है। इस लेख में हृदय रोगों के कारण, जोखिम और उनके बचाव के तरीके बताए गए हैं।

हृदय रोग वैश्विक स्तर पर बढ़ती सबसे गंभीर बीमारियों में से एक है जिसके कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। हृदय रोगों में कई ऐसी बीमारियां शामिल हैं जो आपके दिल की सेहत को प्रभावित करती हैं। कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी) इसमें सबसे आम है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, जिस तरह से लोगों की दिनचर्या और खान-पान में गड़बड़ी बढ़ती जा रही है इसने कम उम्र के लोगों में भी इस बीमारी के जोखिम को काफी बढ़ा दिया है। हृदय का स्वस्थ रहना और इसका ठीक से काम करते रहना बहुत आवश्यक है। जब आपका दिल ठीक से

काम नहीं कर रहा होता है या उसमें कोई परेशानी होती है तो उसे शरीर में पर्याप्त रक्त और ऑक्सीजन पहुंचाते रहने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। ये अतिरिक्त दबाव हार्ट अटैक जैसे गंभीर और जानलेवा स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकती है। आइए जानते हैं कि आप दिनचर्या में किन बातों का ध्यान रखकर हार्ट हेल्थ को ठीक रख सकते हैं?पौष्टिक आहार आपकी पहली प्राथमिकता आपके आहार का सीधा प्रभाव हृदय स्वास्थ्य पर पड़ता है। संतुलित और पौष्टिक आहार हृदय को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में मदद करते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आप नियमित रूप से फलों और हरी सब्जियों का भरपूर सेवन करें। अध्ययनों में ओमेगा-3 फैटी एसिड वाली चीजों को हार्ट के लिए बहुत जरूरी पाया गया है। इसके लिए मछली, अखरोट और अलसी के बीज को आहार का हिस्सा बनाएं। क्या खाएं से ज्यादा जरूरी ये जानना है कि क्या न खाएं। तले-भुने और अधिक फैट वाले भोजन, नमक और चीनी के अधिक सेवन को हार्ट हेल्थ के लिए नुकसानदायक माना गया है। इनसे दूरी बनाकर रखें।नियमित व्यायाम जरूर करें शारीरिक गतिविधि हृदय को मजबूत बनाती है और रक्त प्रवाह को सुधारती है। अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग शारीरिक तौर पर निष्क्रिय रहते हैं उनमें हृदय रोग और हार्ट अटैक होने का जोखिम अधिक देखा जाता है। इन समस्याओं से बचे रहने के लिए वॉकिंग, रनिंग, योग, साइकिलिंग और तैराकी जैसे एरोबिक व्यायाम करें। शोध बताते हैं सप्ताह में कम से कम 150 मिनट मध्यम स्तर की या 75 मिनट तीव्र स्तर की शारीरिक गतिविधि आपके हार्ट को स्वस्थ रखने में मददगार हो सकती है। ज्यादा तनाव का भी हार्ट पर होता है असर यदि आप अक्सर तनाव ग्रस्त रहते हैं तो ये भी हार्ट हेल्थ के लिए ठीक नहीं है। अत्यधिक तनाव भी हृदय रोगों का बड़ा कारण बन सकता है। तनाव की स्थिति सूजन, रक्तचाप बढ़ाने और हृदय की मांसपेशियों को नुकसान पहुंचाने लगती है जिसके कारण हृदय रोगों का जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि आप स्ट्रेस मैनेजमेंट के लिए उपायों का पालन करें। रोजाना 10-20 मिनट ध्यान और मेडिटेशन की मदद से तनाव को कम करने में लाभ मिल सकता है। ऐसा शौक अपनाएं जो आपको खुशी और सुकून दें, जैसे संगीत सुनना, पेंटिंग करना या बागवानी। धूम्रपान और शराब का सेवन बिल्कुल बंद करें धूम्रपान और शराब दोनों ही आपके हृदय स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं हैं। धूम्रपान के कारण रक्तचाप की समस्या हो सकती है और ये हृदय को सीधे नुकसान पहुंचाती है। इसी तरह से शराब का अधिक सेवन हृदय की मांसपेशियों को कमजोर कर सकता है। इन आदतों से दूरी बनाकर रखना आपके हार्ट को स्वस्थ और ठीक रखने में काफी मददगार हो सकता है। समय-समय पर अपनी ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और ब्लड शुगर की जांच भी कराते रहें

हमने इस समाचार को संक्षेप में प्रस्तुत किया है ताकि आप इसे तुरंत पढ़ सकें। यदि आप समाचार में रुचि रखते हैं, तो आप पूरा पाठ यहां पढ़ सकते हैं। और पढो:

Amar Ujala /  🏆 12. in İN

CARDIAC DISEASES HEART HEALTH LIFESTYLE CHANGES DIET EXERCISE

इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें

Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।

हार्ट को हेल्दी रखने के लिए 4 फलहार्ट को हेल्दी रखने के लिए 4 फलहृदय रोगों से बचाव के लिए 4 फल जो आपके आहार में शामिल होने चाहिए.
और पढो »

पक्षियों में रानीखेत रोग: जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण जरूरीपक्षियों में रानीखेत रोग: जानलेवा बीमारी से बचाव के लिए टीकाकरण जरूरीपशुपालन पदाधिकारी डॉ. राम सरिक प्रसाद ने बताया कि रानीखेत रोग एक घातक और संक्रामक रोग है जो मुर्गियों को प्रमुख रूप से प्रभावित करता है. रोग का प्रसार अन्य संक्रमित पक्षियों के मल, दूषित वायु और पदार्थों के संपर्क से होता है. रोग के लक्षणों में मुर्गी का दिमाग प्रभावित होना, गर्दन लुढ़कना, छींक और खाँसी, सांस लेने में तकलीफ, लकवा और डायरिया शामिल हैं. रोकथाम के लिए टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है और यह स्वस्थ पक्षियों में सुबह के समय किया जाना चाहिए.
और पढो »

मैग्निशियम की कमी से बढ़ सकता है डायबिटीज का खतरामैग्निशियम की कमी से बढ़ सकता है डायबिटीज का खतराडायबिटीज एक जटिल लाइफस्टाइल डिजीज है जिससे बचाव के लिए मैग्निशियम की कमी को कम करना महत्वपूर्ण है। गलत खान-पान और जीवनशैली की गड़बड़ियों से यह बीमारी हो सकती है।
और पढो »

सर्दियों में बीमारियों से बचाव के लिए भुनी हुई अजवाइन का सेवनसर्दियों में बीमारियों से बचाव के लिए भुनी हुई अजवाइन का सेवनअजवाइन का सेवन ठंड के मौसम में बीमारियों से बचाव में मदद कर सकता है।
और पढो »

सुबह कॉफी पीने से हृदय रोग का खतरा कमसुबह कॉफी पीने से हृदय रोग का खतरा कमएक शोध में पाया गया है कि सुबह कॉफी पीने से हृदय रोग से मरने का खतरा कम होता है। यूरोपियन हार्ट जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, सुबह कॉफी पीने वालों में हृदय रोग से मरने का जोखिम 31 प्रतिशत कम होता है और किसी भी कारण से मरने का जोखिम 16 प्रतिशत कम होता है।
और पढो »

हृदय रोग: कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में क्या अंतर है?हृदय रोग: कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में क्या अंतर है?यह खबर कार्डियक अरेस्ट और हार्ट अटैक में अंतर के बारे में बताती है जो सर्दियों में बढ़ने वाली समस्याओं हैं.
और पढो »



Render Time: 2025-02-13 17:24:27