Wheat Farming Tips: रबी की मुख्य फसल गेहूं की बुवाई का समय आ रहा है. नवंबर के पहले सप्ताह से लेकर 25 नवंबर तक गेहूं की बुवाई के लिए समय बेहद ही उपयुक्त माना जाता है. गेहूं की फसल की बुवाई के वक्त बेसल डोज के तौर पर उर्वरकों का भी इस्तेमाल किया जाता है.
कृषि विज्ञान केंद्र नियामतपुर में तैनात कृषि एक्सपर्ट डॉ. एनपी गुप्ता ने Local18 को बताया कि फसल उगाने के लिए उर्वरक का महत्वपूर्ण रोल होता है. उर्वरक पौधों के लिए भोजन की तरह होते हैं. ये मिट्टी में उन पोषक तत्वों की पूर्ति करते हैं जो पौधों को स्वस्थ रहने और बढ़ने के लिए आवश्यक होते हैं.
डॉ एनपी गुप्ता ने कहा कि गेहूं की फसल की बुवाई करने से पहले खेत की अंतिम जुताई के वक्त 100 क्विंटल गोबर की सड़ी हुई खाद प्रति एकड़ के हिसाब से डाल सकते हैं. गोबर की सड़ी हुई खाद में पोषक तत्व पाए जाते हैं. 20 से 25 प्रतिशत ऑर्गेनिक कार्बन भी पाया जाता है. अगर किसान मिट्टी की जांच नहीं कर पाए हैं तो संतुलित मात्रा यानि 60 किलोग्राम नाइट्रोजन प्रति एकड़, 25 किलोग्राम फास्फोरस, 25 किलोग्राम पोटाश के साथ-साथ सल्फर और जिंक 10 किलो प्रति एकड़ के हिसाब से प्रयोग कर सकते हैं.
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