दिवाली के मौके पर इस जिले में सबसे अधिक मूर्तियों का कारोबार होता है. यहां की प्रतिमाएं इतनी खास होती हैं कि आसपास के जिलों से भी उनके लिए ऑर्डर आते हैं.
फर्रुखाबाद: दीपावली के पूजन के शुभ अवसर पर सबसे पहले विघ्नहर्ता गौरी पुत्र भगवान गणेश जी और लक्ष्मी माता की पूजा होती है. इस दिन लक्ष्मी जी का आगमन होता है जिसके लिए लोग बहुत उत्साहित रहते हैं. हर साल दीपावली के पूजन को लेकर धूम मची रहती है. इस समय फर्रुखाबाद में दीवाली का नजारा भी अलग ही होता है. इस दीपावली को खास बनाने के लिए, हर साल की तरह, इस बार भी फर्रुखाबाद के मूर्ति बनाने वाले कारीगरों ने प्रतिमाओं को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है.
इसके लिए वे सपोर्ट के लिए बांस की लकड़ी और घास-फूस का भी इस्तेमाल करते हैं. यही कारण है कि जो प्रतिमाएं फर्रुखाबाद में तैयार की जाती हैं, वे कहीं और मिलना मुश्किल होती हैं. इसलिए, आसपास के कई जिलों से लोग यहां आकर प्रतिमाओं का ऑर्डर देकर तैयार करते हैं और पूजन के लिए ले जाते हैं. इतना होता है दाम प्रतिमाओं को तैयार करने वाले कारीगर जितेंद्र ने लोकल18 को बताया कि वे दो लोग मिलकर एक दिन में दस प्रतिमाएं तक बना लेते हैं. इनके पास न्यूनतम दो सौ रुपए से लेकर दस हजार रुपए तक की प्रतिमाएं मिल जाएंगी.
ट्रेंडिंग कारीगरी गणेश जी लक्ष्मी जी पूजन लोकल18 न्यूज18हिंदी उत्तर प्रदेश न्यूज फर्रुखाबाद न्यूज Diwali Trending Workmanship Ganesh Ji Lakshmi Ji Pujan Local18 News18hindi Uttar Pradesh News Farrukhabad
इंडिया ताज़ा खबर, इंडिया मुख्य बातें
Similar News:आप इससे मिलती-जुलती खबरें भी पढ़ सकते हैं जिन्हें हमने अन्य समाचार स्रोतों से एकत्र किया है।
Diwali 2024 Date: क्या 31 और 1 दोनों दिन मनानी है दिवाली? जानें कब करें पूजन और रोशनी?Diwali 2024 Date: 31 अक्टूबर या 1 नवंबर...आखिर कब है इस साल दिवाली...इस सवाल का जवाब हर कोई जानना Watch video on ZeeNews Hindi
और पढो »
Navratri 2024: बहुत खास है यह शक्तिपीठ...अष्टमी के दिन लगती है खूब भीड़, कष्टों से छुटकारा पाने के लिए पूजा...Navratri 2024: यूपी के सोनभद्र में एक खास शक्तिपीठ है. नवरात्रि में अष्टमी के दिन यहां पूजा करना बहुत खास माना जाता है.
और पढो »
बेहद खास है UP का ये सूर्य मंदिर, यहां लोगों की हर मुराद होती है पूरी!इस मंदिर की एक खास बात यह है कि यहां विभिन्न जातियों के मंदिर स्थित हैं, लेकिन किसी भी प्रकार का मनमुटाव या वैर-भाव नहीं देखा जाता.
और पढो »
बंगाल के तर्ज पर तांत्रिक विधि से होती है यहां मां दक्षिणेश्वर काली की पूजा अर्चना, दी जाती है बकरे की बलिबिहार के लछुआड़ में कोलकाता के जैसा दक्षिणेश्वर काली मां का मंदिर है और यहां हर साल दीपावली की अर्द्धरात्रि मां काली की पूजा की जाती है और 56 भोग अर्पित किए जाते हैं। यहां के लोगों का कहना है कि यहां मां काली को प्रसन्न करने के लिए बकरे की बलि भी दी जाती हैं। इस मंदिर की और क्या खास बातें हैं, आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार...
और पढो »
अपनी पत्नी से भूलकर भी ना कहें ये 3 बातें, रिश्ते में आ जाएगी हमेशा के लिए खटासऐसा कहा जाता है कि पति-पत्नी का रिश्ता बेहद मजबूत होता है लेकिन इस रिश्ते को मजबूत बनाए रखने के लिए दोनों को काफी मेहनत और मशक्कत की जरूरत होती है.
और पढो »
Diwali 2024: दीपोत्सव के पांच दिनों में मिठास घोल देंगी 5 मिठाइयां, इन सिंपल रेसिपीज से करें तैयारदिवाली 2024 Diwali 2024 का त्योहार हर साल धूमधाम से मनाया जाता है। पांच दिनों तक चलने वाले इस पर्व की शुरुआत से धनतेरस से होती है और भाई दूज के साथ दीपोत्सव खत्म होता है। ऐसे में आज इस आर्टिकल में हम आपको इन पांच दिनों के पर्वों के लिए 5 अलग-अलग तरह की मिठाइयों की रेसिपीज बता रहे हैं जिन्हें आप आसानी से घर पर बना सकते...
और पढो »